हौसले को सलाम- पैरों से पेंटिंग बनाता है ये शख्स, आज देखिए पहुंच गया इस मुकाम पर

Tuesday, May 26, 2015 - 01:39 PM (IST)

जम्मू: कहते है अगर किसी में काम करने की जिद और लगन हो तो वह अपनी हसरतें पूरी कर ही लेता है। ऐसा ही कुछ ऊधमपुर कस्बे से लगभग 80 किलोमीटर दूर डुडु-बसंतगढ़ के मजूरी गांव के रहने वाले उत्तम कुमार ने कर दिखाया।


आपको बता दें कि उत्तम कुमार शारीरिक रूप से अक्षम है। लेकिन उन्होंने तमाम तरह की परेशानियों के बाबजूद भी हिम्मत नहीं हारी। आखिर एक दिन उत्तम कुमार को उनकी पेंटिंग के शौक ने उन्हें कलाकार बना दिया। इतना ही नहीं उत्तम ने कलाकार होने के साथ भी पेंटिंग बनाने के काम को जारी रखा। बताया जा रहा है कि उनके साहस और लगन को देख राज्य सरकार उन्हें गोल्ड मैडल से सम्मानित कर चुकी है। फिर भी उत्तम का सफर यहीं नहीं रुका। उन्होंने अपनी कला को आगे बढ़ाने के लिए बच्चों के लिए गर्मियों में समर कैंप शुरू किया। 


बताया जा रहा है कि उत्तम कुमार के हाथों में बचपन से ही इतनी ताकत नहीं थी कि वह कुछ खुद पकड़ सकें। जब वह थोड़े बड़े हुए तो उनके माता-पिता ने उन्हें सरकारी स्कूल में दाखिल करवा दिया। पढऩे की लगन लिए उत्तम कुमार ने बाएं पैर से पेंसिल पकड़ लिखने का अभ्यास शुरू किया और धीरे-धीरे लिखना शुरू कर दिया। स्कूल के दिनों में ही उन्हें पेंटिंग बनाने की रूचि पैदा हुई। दसवीं पास करने के बाद आगे पढ़ने की ललक लिए उत्तम कुमार उधमपुर में अपने रिश्तेदारों के पास आ गए। यहां भी उनके पेंटिग का शौक नहीं छूटा और अभ्यास जारी रखा।


कड़ी मेहनत के बाद भी नहीं मिली कीमत
उत्तम कुमार बताते हैं कि उनके कुछ स्कूल के साथियों ने वोकेशनल ट्रेनिंग लेने की सलाह दी। बढ़िया पेंटिंग बनाने की ललक पूरी करने के लिए बसोहली आर्ट पेंटिग सीखी। लेकिन इन पेंटिंग को ऐसे खरीददार नहीं मिले जो रोजी-रोटी चला सकें। बसोहली आर्ट को समझने वाले भी सिर्फ 500 से हजार रुपए तक पेंटिंग के लिए देते और बनाने में महीना लग जाता। ऐसे में परिवार का गुजारा चलाने के लिए उत्तम कुमार ने आयल पेंटिंग बनाना शुरू कर दिया। उत्तम की कला को पहचानते हुए उनकी पेंटिग को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी खरीदा। लेकिन बाद में उन्हें और मौका नहीं दिया। 


बच्चों के लिए लगता है समर कैंप
बताया जा रहा है कि उत्तम कुमार गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के लिए समर कैंप लगाते हैं। स्कूली बच्चों को पेंटिंग की बुनियादी बारीकियों को सीखाते हैं। इस बार भी गर्मियों की छुट्टियों में समर कैंप की तैयारियां चल रही हैं। उत्तम कुमार का सपना है कि इस साल या अगले बरस गुजरात में अपनी पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाना चाहते हैं ताकि उनकी कला को देश में पहचान मिले।

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