इस बच्ची के हैरतअंगेज कारनामे जान आप भी रह जाएगें दंग

Sunday, May 24, 2015 - 05:16 AM (IST)

भट्टूकलां: योग व ध्यान क्रिया से मनुष्य की छटी इन्द्र जागृत हो जाती है और इसके उपरांत आंखों पर पट्टी बांधकर भी देखना सम्भव है। ऐसा कर दिखाया है छटी कक्षा में पढऩे वाली 13 वर्षीय छात्रा पूर्वा बंसल ने। अपनी साधना के बल पर योग ध्यान क्रिया के माध्यम से अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर, किसी भी वस्तु को सूंघ कर और स्पर्श के अहसास से उसके रंग व चित्र के बारे में सटीक जानकारी दे देती है। नोहर राजस्थान से भट्टू आकर बसे अंजनी कुमार बंसल के घर 2002 को जन्मी पूर्वा बंसल को घर में सभी प्राची के नाम से पुकारते हैं। उसके पिता अंजनी ने बताया कि इनकी पढ़ाई में रुचि अच्छी थी इसी दौरान उन्हें उनके एक नजदीकी द्वारा जींद में एक मैडीटेशन कैम्प लगाए जाने की जानकारी मिली, जिस पर बच्चों की एकाग्रता बढ़ाने के उद्देश्य को लेकर उन्होंने अपने परिवार के तीनों बच्चों को करीबन 2 माह पूर्व आयोजित हुए इस मैडीटेशन शिविर में भेजा था।

उन्होंने बताया कि कैम्प से लौटने के बाद फिर से दोनों अन्य बच्चे तो सामान्य रोजमर्रा की तरह अपनी पढ़ाई व खेलकूद में लीन हो गए,बल्कि प्राची अपने कमरे में एकांत में आंखें बंद कर घंटे-घंटे अपने अभ्यास में लगती। जिस पर हम लोगों ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया लेकिन एक दिन जब उसकी बेटी ने कहा कि वह बंद आंखों से भी किसी चीज को देखकर बता सकती है तो उन्होंने मजाक में टाल दिया लेकिन उसके बार-बार कहने की जिद पर जब उन्होंने आजमाया तो वे आश्चर्य चकित रह गए। वह बिल्कुल हर चीज के बारे में सटीक बता रही थी। तब उन्होंने उनकी आंखों को अच्छी तरह से ढांप कर आजमाया तो भी, इतना ही नहीं बंद अंधेरे कमरे में दीवार पर लगी घड़ी में समय को भी सही बता दिया।

जब इस बारे में संवाददाता ने भी प्राची उर्फ पूर्वा बंसल से साक्षात्कार लिया तो उसने बताया कि वह लगातार ध्यान क्रिया की योग साधना करती है जिससे उन्हें अपने आस-पास की हर वस्तु का स्वयं ही ज्ञात होने लगा है। उन्होंने बताया कि वे किसी भी रंग के कार्डस, तस्वीर व समाचार पत्रों की हैडलाइन्स, नोट के सीरियल नम्बर से लेकर कैलेंडर व अन्य चीजों के बारे में बता देती है। उसका कहना है कि वह अभी 10 से 20 फुट तक बड़ी आसानी से देख लेती है, वहीं उसका निरंतर अभ्यास जारी है।  
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