अमरनाथ यात्रा पर मंडरा रहा आतंकी खतरा!

punjabkesari.in Friday, May 22, 2015 - 04:00 PM (IST)

जम्मू  (बलराम सैनी):  करोड़ों हिन्दुओं की आस्था की पर्याय श्री अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इस आशंका के प्रति सुरक्षा बल गंभीर हैं और किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह चौकस है। इसके अलावा भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी। पंजाब केसरी के साथ बातचीत में यह बात जम्मू संभाग के पुलिस महानिरीक्षक दानिश राणा ने कही। 

आई.जी. दानिश राणा ने कहा कि श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा उनके लिए अहम मुद्दा है। इसके लिए उन्होंने आज ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिरीक्षक एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक करके सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है और आने वाले दिनों में समय-समय पर पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अन्य संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी। इस दौरान जहां जरूरत महसूस होगी, वहां अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती करके शिवभक्तों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाया जाएगा। 

 

शिवभक्तों को तंग नहीं, मदद करेंगे

पुलिस महानिरीक्षक दानिश राणा का कहना है कि श्री अमरनाथ यात्रा के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले शिवभक्तों को वाहनों के दस्तावेज चैक करने के नाम पर पुलिस द्वारा बार-बार परेशान नहीं किया जाएगा, अपितु पुलिस इन शिवभक्तों की सहायता के लिए तत्पर रहेगी।

उन्होंने कहा कि लखनपुर सीमा पर अमरनाथ यात्रियों के वाहनों के दस्तावेज चैक करने के बाद उन्हें स्टीकर जारी कर दिया जाएगा, ताकि रास्तेभर उन्हें बार-बार अपने दस्तावेज चैक न करवाने पड़ें। उन्होंने बताया कि लखनपुर सीमा से जवाहर टनल तक जम्मू पुलिस द्वारा अन्य सुरक्षा बलों के साथ मिलकर अमरनाथ यात्रियों की सुविधा के लिए सहायता बूथ एवं संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे।

इसके अलावा यात्रा मार्ग पर मुख्य स्थानों पर यात्रियों को  करना है और क्या नहीं करना हैज् के बिंदुओं की एडवाइजरी लगाई जाएगी, जिसमें यात्रा क्षेत्र में शिवभक्तों द्वारा पहने जाने वाले वस्त्रों से लेकर मोबाइल नैटवर्क तक की पूरी जानकारी दी जाएगी और मौसम की आकस्मिक परिस्थितियों एवं पहाड़ी रास्ते की कठिनाइयों के मद्देनजर विभिन्न चीजों से परहेज करने के प्रति आगाह किया जाएगा। 

 अभी आतंकवाद मुक्त नहीं हुआ जम्मू

पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि कठुआ एवं साम्बा में पिछले समय हुई आतंकवादी घटनाओं के अलावा जम्मू संभाग के ज्यादातर जिलों में आतंकवाद पर अंकुश रहा है, लेकिन जम्मू संभाग को अभी आतंकवाद मुक्त जोन नहीं कह सकता। उन्होंने कहा कि कुछ रिपोट्र्स तो जम्मू संभाग आतंकी मौजूद होने का दावा करती हैं, लेकिन उनकी सूचना के अनुसार संभाग के केवल किश्तवाड़ जिले में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के २ आतंकवादी मौजूद हैं। पुलिस के डर से इन आतंकवादियों ने भी फिलहाल अपनी गतिविधियों को विराम दिया हुआ है और कोई हरकत अथवा नई भर्ती नहीं कर रहे। उन्होंने बताया कि पुलिस इन दोनों आतंकवादियों को पकडऩे के लिए भी सरगर्म है और जल्द इसके परिणाम सामने आने की उम्मीद है। 

 अंतर्राष्ट्रीय सीमा से आए थे आतंकी

सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक राकेश शर्मा के दावा के विपरीत जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक दानिश राणा ने दावा किया कि कठुआ एवं साम्बा जिलों में हमला करने वाले आतंकवादी भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा से ही भारतीय क्षेत्र में घुसे थे। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में हुई दोनों घटनाओं में आतंकवादियों का तरीकाकार और हमले का समय का चयन भी एक समान था। छानबीन से पता चलता है कि ये लोग रातोंरात भारत में घुसे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि आतंकवादी अंतर्राष्ट्रीय सीमा से होकर नहीं आए तो किस रास्ते से आए थे?


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