अमरनाथ यात्रा को लेकर हुरिर्यत के खिलाफ क्यों खड़े हो गए हैं फारूक अब्दुल्ला

Saturday, May 16, 2015 - 09:53 AM (IST)

जम्मू : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अब हुरिर्यत के सामने खड़े हो गए हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि अमरनाथ यात्रा के मामले में वह अलगाववादियों से सहमत नहीं हैं। माजरा यह है कि अलगाववादी मांग कर रहे हैं कि अमरनाथ यात्रा में कटौती करने की मांग कर रहे हैं।

उनका कहना है कि यात्रा की अवधि को दो महीने से कम कर सिर्फ तीस दिन किया जाए। लेकिन डा अब्दुल्ला इस बात के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा दो महीने हीी रहनी चाहिए। ऐसा इसलिए नहीं कि लोग बाबा भोले नाथ के दर्शन कर सकें बल्कि ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कश्मीर में ऐसे लोग भी हैं जिनकी जिनदगी की रोजी रोटी इस यात्रा पर आधारित है। इससे पहले 1 मई को तराल में रैली के दौरान हुरिर्यत नेता सईद अली शाह गिलानी ने कहा था कि यात्रा की अवधि को सिर्फ तीस दिनों के लिए कर दिया जाए।

वहीं कश्मीरी पंडितों की घााटी वापसी को लेकर उठे बबाल पर अब्दुलला ने कहा कि कोई भी निर्णय ऐसा न हो जिससे लोगों में परेशाानी फैले। उन्होंने कहा माहौल ऐसा हो कि पंडित, मुस्लिम और सिख एक सोहार्दपूर्ण माहौल में बैठे। उन्होंने प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीन यात्रा पर कहा कि चीन की अपनी नीति है...हम बेहतर रिश्ते विकसित करना चाहते हैं..अब आगे चीन पर निर्भर करता है। 

 

Advertising