सुरक्षित यौन संबंधों में अड़चन पैदा कर रही कंडोम की कमी

Friday, May 15, 2015 - 03:40 AM (IST)

जालंधर : देशव्यापी स्तर पर कंडोम की आपूॢत में कमी स्वास्थ्य मंत्रालय की 2 प्रमुख योजनाओं को प्रभावित कर रही है। इससे मुख्य तौर पर जहां एच.आई.वी. एड्स निरोधक योजना को धक्का लग रहा है वहीं परिवार नियोजन की योजनाएं भी रुकी पड़ी हैं। इसका कारण यह है कि उक्त योजनाओं में धन की कमी मुख्य रूप से दिक्कत पेश कर रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन चल रही परिवार नियोजन योजना को आगे बढ़ाने के लिए 55 करोड़ जबकि एड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (नाको) को कंडोम का आर्डर देने के लिए 20 करोड़ रुपए के फंड की आवश्यकता है जिसके अभाव के चलते कंडोम की सप्लाई प्रभावित हो रही है। नाम न छापने की सूरत में मंत्रालय के सीनियर अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह यूनियन हैल्थ सचिव बी.पी. शर्मा की अगुवाई में एक एमरजैंसी रिव्यू मीटिंग बुलाई गई जिसमें इन मुद्दो पर गहनता से विचार-विमर्श हुआ।

मीटिंग में इस बात पर जोर दिया गया कि कंडोम की सप्लाई होना बेहद आवश्यक है इसलिए अन्य किसी योजना के तहत जारी की गई राशि को प्रभावित हो रही योजनाओं में शिफ्ट कर दिया जाए ताकि एच.आई.वी. एड्स निरोधक योजना व परिवार नियोजन कार्यक्रम के रुके हुए कार्यों को आगे बढ़ाया जा सके। अंतिम बार कंडोम की सप्लाई मार्च 2015 में हुई जिसके बाद से स्वास्थ्य मंत्रालय कंडोम की निॢवघ्न सप्लाई के लिए धन जुटाने की तैयारी कर रहा है। अहम जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ङ्क्षहदोस्तान लेटैक्स लि. को कंडोम सप्लाई के 80 करोड़ रुपए का भुगतान करना है जोकि फंड की कमी के कारण रुका पड़ा है।

अब तक कंडोम की कमी की खबरें पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु व दिल्ली आदि से आ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय को अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए 75-80 करोड़ रुपए की जरूरत है व इसकी कमी के चलते एड्स रोकने के लिए मुफ्त कंडोम ड्राइव को धक्का लग रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सैक्स वर्करों के लिए भी यह अच्छी खबर नहीं है क्योंकि कंडोम की सप्लाई न होने के चलते सुरक्षित यौन संबंधों में अड़चन पैदा हो रही है।

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