अचानकमार टाइगर रिजर्व : कैमरे में कैद हुआ हथियारबंद!

Wednesday, May 06, 2015 - 06:34 PM (IST)

रायपुर. छत्तीसगढ़ के अचानकमार टाइगर रिजर्व एरिया के ट्रैप कैमरे ने हथियारबंद वदीर्धारी की फोटो ली है। बंदूक रखा व्यक्ति नक्सली या शिकारी है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पवन देव ने कहा कि ट्रैप कैमरे में आई तस्वीर शिकारी है या नक्सली की, इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। दूसरी ओर स्थानीय लोगों के बीच जंगल में नक्सली घुसपैठ होने की चर्चा है। सूबे के अचानकमार टाइगर रिजर्व एरिया में जानवरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरा लगाया गया है। जंगल में लगे एक ट्रैप कैमरे ने हथियारबंद एक व्यक्ति की फोटो ली है। 
 
फोटो में दिख रहे व्यक्ति ने सुरक्षाकर्मियों की तरह वर्दी जैसी शर्ट पहनी है, लेकिन उसने पेंट नहीं पहनी है। इस तस्वीर के सामने आने के बाद जंगल में रहने वालों में क्षेत्र में नक्सलियों की घुसपैठ होने की चर्चा जोरों पर है। फिलहाल हथियारबंद व्यक्ति नक्सली है या शिकारी, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। लमनी के रेंजर वीआई भगत का कहना है की कैमरे में ट्रैप नक्सली नहीं संदिग्ध व्यक्ति है। हालांकि होटल वाला उसे नक्सली बता रहा है। ग्रामीण से मारपीट की जानकारी नहीं है। पिछले माह 20 अप्रैल के आसपास लमनी वनपरिक्षेत्र में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि आधी रात को कुछ हथियारबंद वदीर्धारी आए थे। उन्होंने एक होटल वाले को रात में उठाकर जंगल के अंदर के रास्ते की जानकारी ली। इसी प्रकार किसी ग्रामीण के घर खाना भी मांगा था।
 
इसके साथ ही वन विभाग के कर्मचारियों को धमकी दी गई। इसके साथ क्षेत्र में उन्होंने उत्पात भी मचाया था। वन क्षेत्र में अज्ञात लोगों के आने की सूचना पर मुंगेली एसडीओपी ने यहां का दौरा भी किया था। उन्हें पूछताछ में क्षेत्र में नक्सली आने की जानकारी नहीं मिली थी। ट्रैप कैमरे की तस्वीर ने एटीआर की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। बंदूकधारी के नक्सली नहीं होने पर भी जंगल के अंदर बंदूक लेकर घूमना प्रतिबंधित है। इस तरह की वारदात सामने आने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।
 

 

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