..जब PM मोदी की ‘धर्म बहन’ को आया ससंद में गुस्सा!

Tuesday, Apr 28, 2015 - 05:40 PM (IST)

नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी इस बार संसद में अपने आक्रामक भाषण को लेकर चर्चा में हैं। ईरानी ने तब संसद में अचानक आक्रामक रुख अपना लिया, जब विपक्ष ने उन पर देश की शिक्षा नीति के भगवाकरण किए जाने के आरोप लगाए। इस दौरान उन्होंने उनके जवाब के दौरान बाधा डाल रहे तृणमूल कांग्रेस के सांसद और नेता जी सुभाषचंद्र बोस के पौत्र सुगाता बोस को भी बंगाली में करारा जवाब देते हुए उनकी बात को सुनने का आग्रह किया। 

ईरानी ने कहा, ‘आपनी जोखोन बोलोछेन, बोशे शोज्जो कोरून। अमार जोबाब आश्ते दिन’ यानिकी अगर आपने आरोप लगाए हैं, तो मेरा जवाब भी ध्यान से सुनिए। ईरानी के जवाब पर सुगाता बोस ने नाराजगी जताई और कहा कि उन्हें आज तक किसी ने भी ऐसे बैठने के लिए नहीं कहा। 

स्मृति ईरानी ने अपना आक्रामक रुक बरकरार रखते हुए कहा कि विद्वान और प्रतिष्ठित होने का यह अर्थ नहीं है, कि आप सदन को गुमराह करें, और न ही इससे किसी को गलत जानकारी देने का सर्टिफिकेट मिल जाता है। बल्कि ये आपको जिम्मेदार बनाता है, कि आप दूसरे पक्ष की भी बात सुनें। हालांकि विपक्ष ईरानी के इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ।

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