इस नजर से नजर मत मिलाईये, बड़ी तीखी नजर है: राजबब्बर

Monday, Apr 27, 2015 - 06:06 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता और कांग्रेस के राजबब्बर ने आज राज्यसभा में युवा  केंद्रीय रसायन एवं उवर्रक राज्य मंत्री निहाल चंद को झिड़कते हुए कहा कि मेरी नजर से नजर मत मिलाईए, यह  बड़ी तीखी नजर है।’’  राजबब्बर ने सदन में कृषि संकट और देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने के संबंध  में हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का चरित्र पूंजीवादी है और यह केवल पूंजीपतियों के  हित में काम कर रही है। 

उन्होंने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री के इशारे में बड़े पूंजीपतियों को उनके  ठिये’’ पर रिण उपलब्ध कराया जाता है जबकि किसानों को रिण देने में सरकार आना कानी करती है। अपने पहले भाषण में उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप कहते हैं कि कांग्रेस ने किसानों के हित में कुछ नहीं किया लेकिन आपको कुछ पढ़ लेना चाहिए। अगर कुछ नामों से आपत्ति है तो डा. केशवराव  बलिराम हेडगेवार, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और राम मनोहर लोहिया को पढ़ लो।’’ 
 
इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री  निहाल चंद ने आपत्ति की और कुछ कहा, जो सुनाई नहीं दिया। हालांकि कांग्रेस सदस्य ने कहा कि मैं आपकी तरफ नहीं, सभापति की ओर मुखाातिब हूं।  निहाल चंद ने कहा ,आपकी नजर मेरी ओर है।’’   इस पर राजबब्बर ने व्यंग्य पूर्ण लहजे में कहा, मेरी नजर से नजर मत मिलाईये, यह बड़ी तीखी नजर है।’’  राजबब्बर के पूरे भाषण के दौरान टीका टिप्पणी चलती रही है। उन्होंने भूमि अधिग्रहण विधेयक को ‘‘ भूमि अधिक्रमण विधेयक’’ बताया। इसका भी सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विरोध किया।  
 
अपने भाषण के अंत में  राजबब्बर ने एक शेर पढ़ा: एक आदमी रोटी बेलता है, एक आदमी रोटी खाता है, एक आदमी और है जो रोटी खाता है न बेलता है, यह आदमी कौन है, यह आदमी रोटी से खेलता है।’’ उन्होंने  कांग्रेस को किसानों की हितैषी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस का नारा जो जोते,जो बोए, वो खेत का मालिक होए।’’ रहा है।
 
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