भारतीय सांसद देंगे नेपाली भूकंप पीड़ितों को एक दिन का वेतन

Monday, Apr 27, 2015 - 10:34 PM (IST)

नई दिल्ली: भूकंप प्रभावित पड़ोसी देश नेपाल में अपने राहत अभियान का दायरा बढ़ाते हुए केंद्र सरकार ने आज लोकसभा में बताया कि 2500 से अधिक भारतीयों को अभी तक पड़ोसी देश के भूकंपग्रस्त इलाकों से सुरक्षित निकाला जा चुका है और भारत आने के इच्छुक वहां फंसे विदेशी पर्यटकों को मुफ्त वीजा दिया जा रहा है। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने एक दिन का वेतन राहत कार्यो के लिए दिए जाने का एक प्रस्ताव भी रखा जिसे सदस्यों ने तुरंत स्वीकार कर लिया। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेपाल संकट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में भूकंप के कारण मारे गए लोगों की संख्या 72 तक पहुंच गई है जिनमें से 56 लोग बिहार में , 12 उत्तर प्रदेश में और एक एक पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान में मारे गए हैं। 
 
पड़ोसी देश में चलाए जा रहे भारत के विशाल बचाव एवं राहत अभियान का ब्यौरा देते हुए सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दस टीमें पहले से ही काठमांडो में हैं तथा छह और टीमों को भेजा जा रहा है। इसके साथ ही एक इंजीनियरिंग कार्य बल तथा 18 चिकित्सा यूनिटों को भी पड़ोसी देश भेजा गया है।  गृह मंत्री ने बताया, ‘‘ हमारा एक मानवरहित यान भी रवाना किया गया है।’’ उन्होंने साथ ही बताया कि राहत और बचाव कार्यो में समन्वय के लिए गृह मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी की अगुवाई में अंतरमंत्रालयी टीम को 250 अत्याधुनिक वायरलेस सेटों के साथ भेजा गया है।  
 
इसे एक ‘‘बहुत बड़ा हादसा’’ बताते हुए सिंह ने कहा कि भारत संकट की इस घड़ी में नेपाल और भारत में प्रभावित हुए लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने नेपाल से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए वहां बसें भेजने और सीमा पर राहत शिविर स्थापित करने के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की राज्य सरकारों का भी आभार जताया। नेपाल में ध्वस्त संचार प्रणाली को दुरूस्त करने के लिए संचार विशेषज्ञों को भी नेपाल भेजा गया है।  

 

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