AAP रचित ‘ड्रामा’ जो सचमुच की त्रासदी में बदल गया :RSS

Sunday, Apr 26, 2015 - 02:06 PM (IST)

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने आरोप लगाया है कि गजेन्द्र सिंह नामक किसान की आत्महत्या आम आदमी पार्टी द्वारा रचित एक ‘‘ड्रामा’’ था जो सचमुच की त्रासदी में बदल गया। संघ ने पार्टी को इस घटना से सबक लेने की सलाह दी। संघ ने कहा कि आप की किसान रैली ‘‘राजनीति के न्यूनतम स्तर’’ को छू गई और एेसी ‘‘गंदी राजनीति’’ को छोडऩा चाहिए।
 
संगठन के मुखपत्र आर्गेनाइजर में इंदिरा गांधी के ‘‘गरीबी हटाआे’’ और नरेन्द्र मोदी के ‘‘अच्छे दिन’’ जैसे नारों का उल्लेख करते हुए कहा गया कि एेसे आकर्षक शब्द आम मतदाताआें के मन को छूते हैं। ‘‘लेकिन आम आदमी पार्टी ने किसान रैली के नाम पर जो किया वह राजनीति के न्यूनतम स्तर को छूना था। केन्द्र को शर्मिन्दा करने के प्रयास में आप ने एक ड्रामा रचा जो त्रासदी में बदल गया।’’ 
 
आप के ‘‘औरों से अलग’’ होने के दावे को चुनौती देते हुए इसमें कहा गया कि आप ने केवल यह किया कि उसने भारतीय राजनीति में मनोरंजन का पुट डाल दिया जो अनूठा है और वह किसान आत्महत्या के नाम पर ड्रामा करने की हद तक चले गए। आप नेतृत्व पर इसमें आरोप लगाया गया कि चुनावी राजनीति में उसने हमेशा तिकड़मों का इस्तेमाल किया। मुखपत्र के लेख में आरोप लगाया गया कि आप ने ‘‘मीडिया के जरिए जनता का ध्यान खींचने के प्रयास में कुछ तथाकथित किसानों को आत्महत्या का नाटक करने के लिए उकसाया और इस गंदी राजनीति में एक आदमी की सचमुच में जान चली गई। इस राजनीति का पूरी तरह त्याग किया जाना चाहिए।’’ 
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