सुरक्षा बलों की गोलीबारी में लड़के की मौत; 2 पुलिसकर्मी गिरफ्तार

Sunday, Apr 19, 2015 - 01:10 AM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर घाटी के हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा आहूत बंद के दौरान शनिवार को सुरक्षा बलों की गोलीबारी में एक लड़के की मौत हो गई जिसकी राज्य सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं। इसको लेकर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। घटना के संदर्भ में दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।


त्राल में सेना के एक अभियान में हाल में दो युवकों के मारे जाने के खिलाफ इस बंद का आह्वान किया गया था। घाटी के कई हिस्सों में हिंसा भड़कने और तनाव बढ़ने के बाद पुलिसकर्मियों ने बडगाम के नरबल में एक प्रदर्शन को तितर-बितर करने के लिए गोली चलाई, जिसमें 16 साल के एक लड़के सहित तीन लोग घायल हो गए।


घायलों को एक अस्पताल में ले जाया गया जहां सुहैल अहमद सोफी नामक लड़के की मौत हो गई। इससे पहले कहा गया था कि सीआरपीएफ की गोलीबारी में यह लड़का मारा गया।


बडगाम के जिलाधीश मीर अलताफ अहमद ने बताया, ‘अतिरिक्त उपायुक्त से लड़के की मौत के लिए जिम्मेदार घटना की जांच करने को कहा गया है। उनसे 15 दिनों के अंदर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।’ युवक की मौत के सिलसिले में दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है।
लड़के की मौत को लेकर एक विवाद पैदा हो गया। पुलिस यह स्वीकार कर रही है कि पुलिसकर्मियों ने प्रथम दृष्टया घटना के वक्त मानक संचालनात्मक प्रक्रिया (एसओपी) का पालन नहीं किया। लेकिन उन्होंने एसओपी का कैसे उल्लंघन किया इसकी फिलहाल जानकारी नहीं है। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘घटना की शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि सुरक्षा बलों ने निर्धारित मानक संचालनात्मक प्रक्रिया (एसओपी) का उल्लंघन करते हुए कार्रवाई की।’उन्होंने कहा कि आरपीसी की 302, 147, 149 और 427 धाराओं के तहत मगाम थाने में मामला दर्ज किया गया है।


प्रवक्ता ने कहा, ‘हमें इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अफसोस करते हैं और हम परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं।’ मृतक के परिवार ने दावा किया कि उसे गोली मारे जाने से पहले सुरक्षा बलों ने हिरासत में लिया था। मृतक के चाचा तारिक अहमद सोफी ने अपने परिवार के आवास पर संवाददाताओं को बताया, ‘सुहैल को पहले हिरासत में लिया गया और उसे गोली मारे जाने से पहले पूछताछ की गई।’


तारिक ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से आरोप लगाया, ‘(सुरक्षा) बल मेरे भतीजे को किनारे ले गए और उसे काफी करीब से गोली मार दी।’ युवक की मौत ने इलाके में हिंसा को और बढ़ा दिया। पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों ने नरबल में एक खाली पुलिस चौकी और एक पर्यटन कुटीर को आग के हवाले कर दिया।


उत्तर कश्मीर के बारामुला जिले में पाटन और कुपवाड़ा शहर में भी प्रदर्शन होने की खबरे हैं। अधिकारियों ने नरमपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक सहित कई अलगाववादी नेताओं को एहतियाती तौर पर नजरबंद कर दिया। त्राल में दो युवकों के मारे जाने की घटना को लेकर घाटी के कुछ हिस्सों में ताजा प्रदर्शन होने के बाद मीरवाइज और कुछ अन्य अलगाववादी नेताओं को आज सुबह नजरबंद कर दिया गया। बीते सोमवार को दक्षिण कश्मीर के त्राल में सेना के एक अभियान में दो युवक मारे गए थे। सेना का कहना है कि वे आतंकवादी थे, जबकि स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि युवकों को फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया गया। अधिकारियों ने अलगाववादी नेताओं की नजरबंदी को कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए एहतियाती उपाय बताया है। हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी बृहस्पतिवार रात से ही नजरबंद हैं।
 
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