पद्म पुरस्कार बंद करें:शरद यादव

Monday, Apr 13, 2015 - 06:36 PM (IST)

नई दिल्ली: जनता दल (यू) के अध्यक्ष शरद यादव ने पद्म पुरस्कारों के चयन में मनमानी किए जाने का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने की मांग की है। यादव ने आज यहां संवाददाता संमेलन में कहा कि पद्म पुरस्कारों की चयन में देश रीढ़ कृषि क्षेत्र की हमेशा उपेक्षा की जाती है और पिछले कुछ वर्षों से देश को लूटने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों को निर्लज्जता से ये पुरस्कार दिए जा रहे हैं।  उन्होंने कहा कि पद्म अलंकरणों के नाम सरकारी सम्मान की बंदरबाट जिस तरह से हमारे देश में होती है ,वैसी दुनिया के किसी अन्य देश में नहीं होती।

उन्होंने कहा कि सामंती अंदाज में ये पुरस्कार पिछले 60 वर्ष से दिए जा रहे हैं जिसमें देश की विविधता का ध्यान नहीं रखा गया है। इसी वजह से 1977 में जनता पार्टी की सरकार ने ये अलंकरण बांटना बंद कर दिए थे। यादव ने कहा कि इन पुरस्कारों के चयन में हमेशा जाति ,वर्ण आर्थिक हैसियत, और व्यक्ति की सत्तारूढ दल से नजदीकी को ध्यान में रखा जाता है। उन्होंने कहा कि दलितों,पिछड़ों,आदिवासियों , किसानों और महिलाओं के लिए गैर सरकारी संगठन चलाने वाले शहरी,पेशेवर और दलाल किस्म के लोगों को हर साल ये पुरस्कार दिए जाते हैं।

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