मोदी की करीबी स्मृति ईरानी ने लिया एक और फैसला

Thursday, Apr 09, 2015 - 03:27 PM (IST)

नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि उनकी सरकार शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्कूलों में गणित तथा विज्ञान की पढ़ाई में सुधार लाने के लिए अपना विशेष ध्यान केन्द्रित कर रही हैं तथा मेक इन इंडिया’’ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शिक्षा में कौशल विकास पर उच्च प्राथमिकता दे रही है। ईरानी ने आज यहां यूनेस्को द्वारा विश्व में सबके लिए शिक्षा ’’ के बारे में विश्व व्यापी निगरानी रिपोर्ट जारी करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में विश्व में सबके लिए शिक्षा की निगरानी रिपोर्ट पहली बार भारत में जारी हो रही है और मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। 
 
समारोह में नोबल पुरस्कार विजेता सामाजिक कार्यकत्र्ता कैलाश सत्यार्थी, राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय के कुलपति आर. गोविंदा, सब के लिए शिक्षा की निगरानी रिपोर्ट के निदेशक एरोन बेनावेट तथा भारत में यूनेस्को के प्रतिनिधि शिगेरू आएगी तथा शिक्षा सचिव वृंदा स्वरूप भी मौजूद थी।
 
 ईरानी ने कहा कि यूनेस्को द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करना भारत के लिए उच्च प्राथमिकता है और हमने कई मायनों में यह लक्ष्य हासिल किया भी है, लेकिन हमारे सामने अभी भी कुछ चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष में हमने स्कूली शिक्षा में बच्चों के दाखिलें में काफी वृद्धि की है। 2000 में जहां 16 करोड़ 6 लाख बच्चे स्कूल थे, वे अब बढ़कर 19 करोड 9 लाख हो गये है लेकिन अभी भी 66 लाख बच्चे स्कूल से बाहर है।  
 
उन्होंने यह भी कहा कि सबको शिक्षा देने में भारत ने काफी सफलता पाई है और पढ़े भारत बढ़े भारत कार्यक्रम से हम शिक्षा की गुणवत्ता और उसके विकास में आगे बढ़ रहे है। हम बच्चों में गणित एवं विज्ञान की पढ़ाई में सुधार लाने पर विशेष ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। ईरानी ने यह भी कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शिक्षा में कौशल विकास बहुत जरूरी है और उनकी सरकार ने कौशल विकास के कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। 
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