महिला अंधविश्वास पर बनी ‘‘काला सच’’

Thursday, Apr 09, 2015 - 06:52 AM (IST)

गुडग़ांव(संजय): जब देश में काले धन की वापसी का मुद्दा चरम पर था उस समय जिले का एक निर्देशक अपनी टीम के साथ झारखंड में ‘‘काला सच’’ को कैमरे में कैद कर रहा था। जी हां, गुडग़ांव के रहने वाले एक फिल्म निर्देशक ने महिलाओं पर अंधविश्वास व कुरितियों पर फिल्म बनाई है जिसे काला सच नाम दिया गया है।

पंजाब केसरी से बातचीत करते हुए गुडग़ांव निवासी फिल्म निर्देशक मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि आज भी देश के कई हिस्सो में डायन के नाम पर किसी बेगुनाह औरत को सैंकड़ों हजारों गांव वालों के सामने निर्वस्त्र कर उसकी नाक, कान, जीभ, उसका सिर मुडा, चेहरे पर कालीख पोत पूरे गांव में घुमाना, या फिर उसके साथ सारे गांव वालों द्वारा सामूहिक बलात्कार कर, पत्थरों, डंडों से मारा जाता हैं। जो एक अबला पर अमानवीय व नृशंस कृत्य से कम नही। उनके दिल को झकझोर दिया लिहाजा इस मुद्दे को वे पर्दे के माध्यम से लोगों के सामने लाने की सेची। उन्होने कहा पर उन्होने जे. डी. पिचर के बैनर तले फिल्म का निर्माण किया।

Advertising