शिवसेना ने ‘आप’ पर साधा निशाना

Wednesday, Apr 01, 2015 - 05:28 AM (IST)

मुम्बई: ‘आप’ नेताओं प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव के पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निष्कासन को ‘डरावना’ करार देते हुए शिवसेना ने आज कहा कि कुछ मामलों में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल का विरोध करना दोनों को भारी पड़ गया। केजरीवाल की आलोचना करते हुए शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है कि आपातकाल के बाद जनता पार्टी भी इंदिरा गांधी को हराने के उपरांत सत्ता में आई थी लेकिन कई छोटे-छोटे राजनीतिक दलों का यह समूह बाद में बिखर गया।

इसमें सवाल किया गया है कि ‘आप’ और अन्य दलों में क्या फर्क है? जिस प्रकार से भूषण और यादव को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाला गया वह डरावना है। उनका अपराध केवल यही था कि उन्होंने केजरीवाल का विरोध किया। दैनिक में लिखा गया है कि दोनों ने पूरे मन से केजरीवाल का समर्थन किया था। भूषण ने कई गलत कामों का पर्दाफाश किया तो वहीं यादव अपनी राजनीतिक पकड़ को लेकर प्रसिद्ध थे। 

जनता पार्टी से ‘आप’ की समानता करते हुए ‘सामना’ में कहा गया है कि ऐसा लगता है कि नियति ‘आप’ को उसी पार्टी के अंत की ओर लेकर जा रही है जिसने अपने सहयोगियों के साथ छठी लोकसभा का चुनाव जीता था।  ‘सामना’ लिखता है  कि इस हमाम में सब नंगे हैं। 

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