''डरे हुए थे केजरीवाल''

Monday, Mar 30, 2015 - 10:02 PM (IST)

रेवाड़ी: बिते शनिवार को हुई आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को जिस तरह से बाहर का रास्ता दिखाया गया उससे योगेंद्र यादव के पिता प्रो. देवेंद्र यादव बेहद दुखी है।  रेवाड़ी के गांव सहारनवास में रह रहे प्रो. यादव को योगेन्द्र और प्रशांत सहित चार नेताओं को राष्ट्रीय परिषद से बेदखल करने का तरीका अलोकतांत्रिक लगा।

उन्होंने कहा कि उन्हें निकालना ही था तो उससे पहले उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिए था। जब अरविंद केजरीवाल के पास बहुतमत है तो उन्हें बहस कराने या गुप्त वोटिंग कराने में क्या ऐतराज था? उन्होंने कहा कि केजरीवाल को शायद यह डर था कि ये दोनों कहीं उनकी जगह न ले लें।

योगेंद्र के पिता ने बोले कि दिल्ली में भारी बहुमत से जीतने के बाद वे भाईचारा और पारदर्शिता को भूल गए हैं और उनका मूल तानाशाही स्वभाव सामने आया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हुए घटनाक्रम ने साबित कर दिया है कि कुछ गड़बड़ है। केजरीवाल को चाहिए था कि वे स्थिति को संभालते और कुनबे को एकजुट रखते।

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