स्वाइन फ्लू: 30 लाख रुपए रोज कमा रहीं निजी लैब्स

Thursday, Mar 05, 2015 - 03:20 AM (IST)

नई दिल्ली : सरकारी अस्पतालों और संस्थानों में स्वाइन फ्लू के मुफ्त टैस्ट की सुविधा का दावा तो किया जा रहा है लेकिन इसका फायदा बेहद कम मरीजों को मिल पा रहा है। स्वाइन फ्लू के रोजाना 500 से 800 टैस्ट शहर में हो रहे हैं और इनमें से 70 से 80 प्रतिशत टैस्ट निजी लैब कर रही हैं। निजी लैब में रोजाना टैस्ट का कारोबार 30 लाख रुपए तक पहुंच गया है। 

मौसम के करवट लेने से स्वाइन फ्लू के मामले और बढऩे की संभावना है।  शहर में महज 3 सरकारी लैब ही स्वाइन फ्लू का टैस्ट कर रही हैं। इनमें से किसी एक में भी तकनीकी खराबी आते ही यह आंकड़ा 80 प्रतिशत तक पहुंच जाता है। स्वाइन फ्लू का टैस्ट कर रही सरकारी लैब आई.डी.एस.पी. (इंटीग्रेटिड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम) तथा इंडियन कौंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च के सर्विलांस का हिस्सा भी नहीं हैं। इससे सरकारी लैब को फंड व अतिरिक्त स्टाफ तक नहीं मिल पा रहा। इसके चलते बेहद कम टैस्ट हो पा रहे हैं। सरकारी लैब में सीमित टैस्ट होने के चलते मरीजों को मुफ्त टैस्ट की सुविधा नहीं मिल पा रही पर उन्हें निजी लैब का ही सहारा लेना पड़ रहा है। निजी लैब 4500 रुपए लेती हैं। 
 
बचने के लिए धोते रहें हाथ
समय-समय पर हाथ धोते रहना स्वाइन फ्लू से बचाव का सबसे कारगर तरीका है। कनाडा की शोधकत्र्ता एमी टोफीमायर ने हालिया शोध में यह दावा किया है। सीहैल्थ में प्रकाशित रिपोर्ट में टोमी ने बताया कि कुछ लोग 5 सैकेंड में ही हाथ धोकर समझते हैं कि उनके हाथ साफ हैं जबकि इतनी देर में स्वाइन फ्लू फैलाने वाला एच1एन1 वायरस क्या, सामान्य सर्दी-जुकाम का वायरस भी नष्ट नहीं होता है। ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी है कि हाथ कब और कैसे धोने हैं। खाने से पहले और बाद, वाशरूम से आने के बाद, लिफ्ट या कम्प्यूटर के इस्तेमाल के बाद और बाहर से घर लौटने पर हाथ अवश्य धोएं।
 
हाथ धोने के लिए साबुन ठीक से लगाएं। ध्यान रखें कि उंगलियों के बीच का हिस्सा छूट न जाए। नाखून, हथेली के पिछले हिस्से और कलाई को भी अच्छी तरह से रगड़ें। कम से कम 15 से लेकर 20 सैकेंड तक हथेली और कलाई पर साबुन मलें। पानी से साबुन अच्छी तरह से साफ करें, हाथ साफ तौलिए से पौंछे। नल बंद करने और वाशरूम का दरवाजा खोलने के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।
Advertising