गेल फैक्टर के आगे बढ़ सकती हैं टीम इंडिया की मुश्किलें

Wednesday, Mar 04, 2015 - 06:40 PM (IST)

पर्थ. भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका के सबसे तेज शतकधारी ए.बी डीविलियर्स का टेस्ट सफलतापूर्वक पार कर लिया था और अब बारी कैरेबियाई तूफान क्रिस गेल का टेस्ट पार करने को है। भारत ने विश्वकप में अपने तीनों मैच शानदार अंदाज में जीते हैं और इन तीनों ही जीत में गेंदबाजों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिस गेंदबाजी को आस्ट्रेलिया में टेस्ट और त्रिकोणीय सीरीज के दौरान बेहद कमजोर पाया गया था वहीं गेंदबाजी अब आग उगल रही है।
 
पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और यूएई के खिलाफ तीनों जीतों में भारतीय गेंदबाजों की वैसी परीक्षा नहीं हो पाई जैसी आशंका व्यक्त की जा रही थी। अब वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबला शुक्रवार को होने जा रहा है और यहां क्रिस गेल फैक्टर को लेकर चर्चा शुरू हो गई है कि विश्वकप का पहला दोहरा शतक जमाने वाले गेल क्या भारतीय गेंदबाजों पर हावी हो पाएंगे। भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन की एक खास बात यह रही है कि उन्होंने विपक्षी टीमों को बाउंड्री मारने के कम मौके दिए हैं। इसका विपक्षी टीमों पर खासा दबाव पड़ा और उन्होंने इस दबाव में अपने विकेट गंवाए हैं। 
 
मुश्किल में फंस सकती हैं टीम इंडिया
विश्व कप में अभी तक जितने भी मैच हुए हैं, उनसे भारतीय टीम की सबसे बड़ी परेशानी निचले क्रम की बैटिंग है। अगर पर्थ में वेस्टइंडीज बैटिंग करता है, और भारत के सामने 350 तक का स्कोर खड़ा कर देता है, तो भारत को परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि ओपनिंग व मध्यक्रम टीम इंडिया का काफी मजबूत है। लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाज अभी तक कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ भी स्कोर में 20 से 30 रन और जोड़े जा सकते थे। लेकिन धोनी, जडेजा और अश्विन सस्ते में आउट हो गए। इस कारण भारत का स्कोर आगे नहीं बढ़ पाया। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी ऐसा देखने को मिला। 

 

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