स्वास्थ्य विभाग टीम ने किया अल्ट्रासाऊंड सैंटर सील

Wednesday, Mar 04, 2015 - 07:40 AM (IST)

मंडी अटेली(दूरदर्शी): लिंग जांच पर अंकुश लगाने के लिए मुस्तैद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अटेली के निजी अस्पताल में छापामारी की। जहां लिंग जांच के आरोप में अटेली की निजी अस्पताल के अल्ट्रासाऊंड सैंटर को सील कर दिया। टीम में डिप्टी सी.एम.ओ. डा. अरुण कालरा, दीपेन्द्र,डा. धर्मेन्द्र लाम्बा शामिल थे। नारनौल सामान्य अस्पताल के सी.एम.ओ. डा. विजय गर्ग के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक गर्भवती महिला से सम्पर्क साध कर उसे लिंग जांच करने वाले केन्द्रों पर भेजा। चिकित्सों ने बताया कि इस कार्य को पूरा करने के लिए टीम ने बूचावास निवासी सरोज नामक आशा वर्कर को महिला की सहायता के लिए उसके साथ भेजा।

उक्त महिलाओं को कनीना चौक पर मधुसूदन बंगाली डाक्टर जो पिछले 10 वर्षों से गांव नावदी में स्वास्थ्य सेवाएं देने का कार्य करता है, उससे सम्पर्क हुआ। मधुसूदन ने लिंग जांच कराने के लिए महिला से 8000 रुपए की राशि मांगी। सुबह 7 बजे से 10.30 बजे तक उक्त डाक्टर अल्ट्रासाऊंड केन्द्रों पर लिंग जांच के लिए घुमाता रहा। 11 बजे के आसपास निजी अस्पताल के चिकित्सक ने लिंग जांच करने के लिए फार्म एफ भरा और महिला की लिंग जांच के लिए अल्ट्रासाऊंड किया। यह कार्य करने के उपरांत गर्भवती महिला को आशा वर्कर लेकर अल्ट्रासाऊंड से बाहर निकली तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें वहीं पर रोककर अपनी कार्रवाई आरम्भ कर दी।

टीम का आरोप था कि निजी अस्पताल के चिकित्सक ने लिंग जांच करके गर्भवती महिला के पेट में साढ़े 4 माह का लड़का बताया लेकिन टीम द्वारा दी गई राशि अस्पताल संचालक से बरामद नहीं हो पाई। इस संबंध में जब बंगाली डा. मधुसूदन से बात की गई तो उसने बताया कि हर रोज की तरह वह बाजार में आया था चिकित्सकों से मिलने का कार्य चलता रहता है। इस तरह की कोई जांच के लिए किसी महिला नहीं लाया था और न ही जांच के लिए कोई राशि दी गई। वहीं, निजी चिकित्सालय के संचालक का कहना था कि महिला ने आकर पेट में दर्द होने की बात कहीं थी जिसके लिए उसका अल्ट्रासाऊंड करना था और अल्ट्रासाऊंड करने के लिए फार्म एफ भरा गया था।

अल्ट्रासाऊंड पर ताला लगा हुआ था किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई थी। स्वयं टीम इस बात की गवाह है कि सैंटर का ताला सी.एम.ओ. की मौजूदगी में उन्होंने खुलवाया था। उक्त डाक्टर का कहना है कि राजनीतिज्ञ षड्यंत्र के चलते उसे जानबूझकर फंसाया जा रहा है।

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