इंदौर में बालिका वधू बनने से बची 13 वर्षीय बालिका

Wednesday, Mar 04, 2015 - 01:19 AM (IST)

इंदौर: बाल विवाह के खिलाफ जारी मुहिम के तहत प्रशासन ने दबिश देकर 13 वर्षीय लड़की की शादी रूकवा दी। महिला और बाल विकास विभाग के जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी संजय भारद्वाज ने आज बताया कि मुखबिर की सूचना पर महकमे के दल ने कल इंदौर से करीब 50 किलोमीटर दूर मानपुर के निकट जाकूखेड़ी गांव में दबिश दी और सायना 13 की गैरकानूनी शादी रूकवा दी। 

उन्होंने बताया कि विभाग का दल पुलिस के साथ जब गांव पहुंचा तो दुल्हन के परिजन ने एक अन्य बालिग लड़की को दुल्हन के रूप में दिखा कर दल को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन दल के अधिकारियों ने गांव की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से तस्दीक करने पर जानकारी मिली की दुल्हन सायना बी है। गांव के स्कूल के रिकार्ड की जांच में सायना की उम्र 13 वर्ष पाई गई। 
 
भारद्वाज ने बताया कि अधिकारियों की समझाने पर सायना के परिजन ने हलफनामा दिया कि वे उसे तब तक विवाह के बंधन में नहीं बांधेगे, जब तक वह पूरे 18 बरस की नहीं हो जाती। देश में 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के और 18 साल से कम आयु की लड़की की शादी बाल विवाह की श्रेणी में आती है, जो कानूनन अपराध है।  
 
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