मोदी सरकार ने ओबामा को दिया करारा जवाब

Saturday, Feb 07, 2015 - 05:53 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत में धार्मिक सहिष्णुता ही नहीं है अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के इस बयान का मोदी सरकार ने करारा जवाब दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा कि भारत की धार्मिक सहिष्णुता का उदाहरण यह है कि दलाई लामा और ओबामा साथ बैठे थे। भारत का सहिष्णुता का इतिहास रहा है। कोई भी घटना भारत की सहिष्णुता के इतिहास को कम नहीं कर सकी है। 

 

गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत आए बराक ओबामा ने वॉशिंगटन में नैशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट में कहा था कि मिशेल और वह खूबसूरत देश भारत गए थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में वहां धार्मिक असहिष्णुता बढ़ी है। अगर उस देश में आज गांधी होते तो उन्हें भी इससे धक्का पहुंचता। नैशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट के दौरान दलाई लामा और ओबामा साथ बैठे थे। उन्होंने ओबामा को विश भी किया, लेकिन दोनों ने आपस में बात नहीं की थी। 

 

ज्ञात हो कि हाल में ओबामा ने पिछले महीने अपने भारत दौरे के दौरान नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा था कि अगर भारत धार्मिक आधार पर बंटा तो प्रगति नहीं कर पाएगा। अखबार ने ओबामा के इस वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा है कि मोदी को धार्मिक असहिष्णुता पर अपनी चुप्पी तोडऩी चाहिए। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग ने भारत के साथ संबंध सुदृढ़ करने के प्रयास पर ओबामा की सराहना की तथा भारत दौरे और गुरुवार को नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट में धार्मिक आजादी के मुद्दे पर कही गई उनकी बातों का समर्थन किया।

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