ब्रेकफास्ट नहीं किया तो पछताओगे

punjabkesari.in Monday, Feb 02, 2015 - 07:03 AM (IST)

यमुनानगर (सुरेश): भागमभाग भरी दिनचर्या में आज अधिकांश लोग नाश्ता करने में असावधानी बरतते हैं लेकिन ऐसा करना नुक्सानदायक साबित हो सकता है। चिकित्सकों के मुताबिक ब्रेकफास्ट में अनियमितताएं बरतना व खाली पेट घर से निकलना कई तरह के रोगों का जनक साबित हो सकता है।

ऐेसे में यदि आप एसिडिटी मोटापे या फिर शर्ट अटैंशन स्पैन से परेशान हैं तो इसका कारण भी आपका ब्रेकफास्ट मिस करना हो सकता है। इस सिलसिले में हुए कई अध्ययन बताते हैं कि जो लोग नियमित तौर पर नाश्ता करते हैं उनकी याददाश्त तेज रहती है और सोचने समझने की क्षमता भी बढिय़ा रहती है। 

ब्रेकफास्ट किया मिस तो होगी समस्याएं
मैडीसन कंसलटैंट के मुताबिक जो लोग नाश्ता मिस करते हैं और यही आदत उन्हें लंबे समय तक रहती है तो उन्हें कोलेस्ट्रोल और करेनरी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में प्रोटीन युक्त हाई फाइबर, लो फाइबर नाश्ते को आप अपनी आदत में शुमार कर लें। वहीं, अगर आप एक साथ ज्यादा खाते हैं तो इससे अतिरिक्त वसा बढऩे की संभावना रहती है, जबकि छोटी-छोटी मात्रा में खाने से आपको उतनी ही कैलोरी मिलेगी और ऊर्जा भी बनी रहेगी। यदि आप ऐसा नहीं करते और नाश्ते को लगातार मिस कर रहे हैं तो इससे मेटाबॉल्जिम पर प्रभाव पड़ता है। यही नहीं, खाने के बीच में लंबे गैप से अपच की भी शिकायत हो सकती है। एक समय के बाद जब ब्रेकफास्ट के अलावा हम दूसरे आहार भी स्किप करने लगते हैं तब पेट और आंत के सिकुडऩे के भी हालात बन जाते हैं। 

क्या है ब्रेकफास्ट का सही समय
डाइटिशन के मुताबिक सुबह के नाश्ते का आदर्श समय सुबह के 8 बजे से 10 बजे तक का है। अगर आप इसमें देरी करते हैं तब वजन बढऩे के हालात बनते हैं। सुबह जागने के 2 घंटे के भीतर ब्रेकफास्ट में सही मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाड्रेट, फाइबर और विटामिन होने चाहिए। प्रोटीन के लिए लो फैट मीट, चीज, अंडा, नट्स और डेयरी प्रोडक्ट्स लिए जा सकते हैं। फाइबर के लिए साबुत अनाज, हरी सब्जियां और फल लिए जा सकते हैं।

कोशिश करें नाश्ते में ज्यादा मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन न किया जाए। इससे कैलोरी की मात्रा तो बढ़ती ही है, अन्य समस्याएं भी सामने आती है। वहीं सरकारी अस्पताल के फिजिशियन डा. विनीत जैन ने बताया कि चिकित्सकों के मुताबिक दोपहर का खाना हल्का व रात में लिया जाने वाला खाना नामात्र होना चाहिए। ब्रेकफास्ट में 50 प्रतिशत प्रोटीन होना जरूरी है तभी आदमी दिनचर्या के लिए अपने को स्वस्थ महसूस कर सकता है अगर ब्रेकफास्ट न मिले तो जूस जरूर लें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News