सिखों की बैठक में नहीं बोल पाईं किरण

Friday, Jan 30, 2015 - 04:04 AM (IST)

नई दिल्ली: भाजपा की मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी किरण बेदी की जुबान आज बंद कर दी गई। शिरोमणि अकाली दल (बादल) एवं सिख संगठनों के बुलावे पर सिखों की बैठक में पहुंची किरण बेदी को भरी मीटिंग में बोलने नहीं दिया गया। मीटिंग में बेदी की स्थिति हास्यास्पद हो गई। 

वीरवार को दोपहर बाद करीब सवा 3 बजे शिरोमणि अकाली दल के कार्यालय में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए किरण बेदी पहुंची थीं। सभी नेताओं के बोलने के बाद मंच से उनका नाम पुकारा गया। इसके बाद किरण बेदी खड़ी हुईं और माइक को उठाते हुए बोलने लगीं लेकिन इसी बीच दिल्ली भाजपा के नेता संजय कौल मंच पर पहुंचे और किरण बेदी के कान में कुछ मंत्र फूंका। 
 
किरण बेदी को बोलने से रोकने के लिए उनके कान में कुछ फुसफुसाया गया। इसके बाद किरण बेदी बिना कुछ बोले अपने स्थान पर खड़ी रहीं। साथ ही उनके चेहरे पर चंद सैकेंड पहले तक जो रौनक थी वह हवा हो गई। संजय कौल ने सिखों से कहा कि वह किरण बेदी की तरफ से उनकी बात रखेंगे। बेदी का गला खराब है और डाक्टरों ने उन्हें 2 दिन चुप रहने की सलाह दी है। इसके बाद संजय कौल ने करीब 6 मिनट अपनी बात रखी।
 
लेकिन इस घटनाक्रम के कारण वहां मौजूद सिखों के मन में कई सवाल पैदा हो गए कि अगर किरण बेदी का गला खराब था तो अपने स्थान से उठकर उन्होंने टेबल पर रखे माइक को अपनी तरफ खींचकर ऑन क्यों किया। अगर वाकई डाक्टर ने उन्हें 2 दिन आराम के लिए बोला है तो इस बात का पता किरण बेदी को पहले भी था लेकिन संजय कौल द्वारा किरण के कान में कुछ कहने के बाद उनके चेहरे से उड़े रंग ने कई सवाल खड़े कर दिए। चूंकि किरण बेदी भाजपा के अन्य नेताओं की तरह सियासी तौर पर उतनी परिपक्व नहीं हैं इसलिए भाजपा उनकी सभाओं के प्रति सतर्क हो गई है।
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