रुची के जज्बे को सलाम: हाथ नहीं तो क्या हुआ, पैरों से दुनिया जीतनी है

Tuesday, Jan 27, 2015 - 12:48 PM (IST)

कुरुक्षेत्र: हरियाणा के कुरुक्षेत्र की रहने वाली रुची का जज्बा देख आप भी दंग रह जाएंगे।

दरअसल न्यू सुखदेव नगर में रहने वाली रुचि दोपहर जब स्कूल से लौटी तो बारिश हो रही थी। घर के ऊपर से हाई टेंशन वोल्टेज की तार गुजर रही थी। घर के ऊपर लगे एंटीना में बारिश के कारण करंट गया। छत पर कपड़े डालने गई मां करंट की चपेट में गई। मां की चीख सुनकर 17 वर्षीय बेटा रमेश मां को बचाने के लिए दौड़ा तो वह भी करंट की चपेट में गया। जिससे दोनो की मौके पर ही मौत हो गई।

पेपर देकर घर लौटी 9 साल की रुचि अपने भाई और मां को तलाशने के लिए छत्त पर गई। बारिश में भीगने से वह भी करंट की चपेट में आ गई। करंट लगते ही रुचि बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। होश आते ही उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दाखिल किया गया। जान बचाने की खातिर डाक्टर को रुची की दोनों बाजू काटनी पड़ी।

हार न मानते हुए रुचि ने पैरों को अपनी बाजू बनाने की ठानी। पैरों से पेंटिंग बनानी सीखी। पैर से कपड़े सिलाई करना, मोबाइल फोन सुनना और फोन का सिम भी बदलना भी सीख लिया। पैर से ही कंप्यूटर चलाना सीखा।
 
रुची का कहना है कि "भगवान ने हम सभी में असीम ताकत दी है। बस अंदर की आत्मा को जगाने का जरूरत है। हाथ नहीं तो क्या हुआ, पैरों से दुनिया जीतनी है।''

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