बहादुरों को सम्मान: दो शहीदों को अशोक चक्र, 374 सैनिकों को वीरता पुरस्कार

Monday, Jan 26, 2015 - 12:16 PM (IST)

नई दिल्ली: कश्मीर घाटी में आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले मेजर जनरल मुकुंद वरदराजन और नायक नीरज कुमार सिंह को आज मरणोपरांत अशोक चक्र प्रदान किया गया।

नायक नीरज कुमार ने जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए प्राणों का बलिदान दिया। उन्होंने अपने सहयोगी को गोली लगने के बाद न केवल बचाया बल्कि दो आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। नायक नीरज कुमार ने सीने में गोली लगने के बावजूद आमने-सामने की लडाई में एक आतंकवादी को मार गिराया। गंभीररूप से घायल होने के बावजूद उन्होंने मुठभेड स्थल से जाने से इनकार कर दिया और अंत तक लडते हुए एक अन्य आतंकवादी को मार दिया। बाद में अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया।

 

मेजर मुकुंद वद्र्धराजन ने पिछले वर्ष अप्रैल में जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों से मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया। उन्हें असाधारण वीरता और अदम्य साहस का परिचय देने के लिए गत 15 अगस्त को अशोक चक्र से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।

 

आपको बता दें कि तीन सैन्यकर्मियों को कीर्ति चक्र, 12 को शौर्य चक्र, 48 को वीरता के लिए सेना पदक, दो को वीरता के लिए नौसेना पदक तथा 11 को वीरता के लिए वायु सेना पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा 28 सैन्यकर्मियों को परम विशिष्ट सेवा पदक, तीन को उत्तम युद्ध सेवा पदक, 53 को अति विशिष्ट सेवा पदक, 13 को युद्ध सेवा पदक, 42 को सेना पदक, आठ को नौसेना पदक, 19 को वायु सेना पदक और 124 को विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा।

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