प्लेसमेंट एजेंसी पर भरोसा कहीं पहुंचा न दे हवालात

Tuesday, Jan 06, 2015 - 01:40 PM (IST)

नई दिल्ली: प्लेसमेंट एजेंसी पर भरोसा कर नौकर रखने वाले सावधान हो जाए। कहीं नाबालिग नौकर रखने के आरोप में आप हवालात या कानूनी शिकंजे में न फंस जाए।

रविवार को नोएडा के थाना सेक्टर-58 में दिल्ली के एक  कालेज के लाइब्रेरियन की गिरफ्तारी के बाद कई परिवार सहम गए है।  प्लेसमेंट एजेंसियों को फोन कर बीस साल से ज्यादा उम्र की नौकरानी व ड्राइवर देने की मांग करते हुए किशोर उम्र में दिखने वाले अपने नौकर या नौकरानी को वापस ले जाने की गुहार तक कई परिवारों ने लगाई है।

अब उन्हें नाबालिग नौकर या नौकरानी रखने पर मानव तस्करी व बाल मजदूरी के आरोप में कहीं जेल न चले जाए इसका डर सता रहा है।
लाइब्रेरियन अनिल यादव की गिरफ्तारी की खबर मीडिया में आने के बाद अचानक सोमवार को दिल्ली में स्थित प्लेसमेंट एजेंसियों के आफिस में सुबह से ही फोन आने लगे।

दक्षिणी दिल्ली स्थित कई प्लेसमेंट एजेसिंयों में उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए नौकर व नौकरानी जिनकी उम्र 17-19 साल के आसपास है। उन्हें बदल कर 20 से 25 साल की उम्र के नौकर, नौकरानी देने के लिए कहा गया है।

अचानक इस मांग पर कई प्लेसमेंट एजेंसियां हैरान हैं। चिराग दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले चमन वर्मा के मुताबिक पूरी जांच के बाद ही नौकर या नौकरानी उपलब्ध कराते है। उनकी जांच में उम्र सबसे महत्वपूर्ण होती है लेकिन किशोर उम्र के लड़के लड़कियां नौकरानी के आवेदन देने के दौरान अपना वोटर कार्ड या फिर आधार कार्ड या फिर स्कूल का प्रमाण पत्र देते है।

जिसके मुताबिक वह बालिग होते है। जिन्हें नौकर या नौकरानी के रूप में डिमांड आने पर लोगों के पास भेज देते है। लेकिन सोमवार को उनके पास लगभग पन्द्रह फोन मेड बदलने के आए। फोन करने वालों में केन्द्रीय विभाग के कई बड़े अधिकारी है।

जिनको उन्होंने मेड उपलब्ध करा रखी है लेकिन आज लाइब्रेरियन की खबर का जिक्र करते हुए कई लोगों ने उनसे मेड उपलब्ध कराने के दौरान सवाल जबाब किए है।

ऐसा ही हाल जसोला में प्लसेमेंट एजेंसी चलाने वाले इश्तियाक अली का है। उनके मुताबिक उनके पास कई उनके पुराने क्लाइंटों ने मेड की उम्र को लेकर सवाल किए है।


 

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