लड्डू गोपाल गायब देख पता चला चोरी का

Monday, Jan 05, 2015 - 12:50 PM (IST)

नई दिल्ली : दक्षिण दिल्ली के पॉश एरिया ग्रेटर कैलाश में रहने वाले एक्सपोर्टर के परिवार को नौकरों पर निर्भरता भारी पड़ गई। भरोसा जीत चुके नौकरों ने मौका मिलते ही घर में सेंध लगा दी और लाखों रुपए कीमत के जेवरात व नकदी लेकर फरार हो गए।

एक्सपोर्टर ने नौकरों का सत्यापन नहीं कराया था। सीआर पार्क थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार नौकरों की तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक जीके इलाके के डब्ल्यू-9 में तीसरी मंजिल के फ्लैट में विकास डीमरीवाल परिवार के साथ रहते हैं।

वे गारमेंट एक्सपोर्टर हैं और ‘स्टाइल चेक’ नाम से देश के विभिन्न शहरों में उनके कपड़ों के शोरूम भी हैं। घर पर उनकी पत्नी, मां-पिता, बेटी आकृति व बेटा हर्षित हैं। उन्होंने तीन नौकर रखे थे जिनके नाम रामजी, दिनेश व सुदामा यादव बताए गए हैं।

रामजी और सुदामा काम खत्म होने के बाद रात में अपार्टमेंट के बेसमेंट में बने सर्वेंट क्वार्टर में सोने चले जाते थे और तड़के सुबह काम पर आ जाते थे। 

दिनेश फ्लैट में सोता था जो बुजुर्ग मां-बाप की रात में तीमारदारी करता था। विकास इन दिनों मुम्बई गए हुए हैं। शनिवार की शाम को उनकी पत्नी भी कारोबार के सिलसिले में कोलकाता चली गईं। आज सुबह जब विकास की मां उठी तो नौकर दिनेश नहीं दिखाई दिया।

रामजी को फोन किया तो उसका स्विच ऑफ मिला। बाकी नौकर भी नहीं आए। सर्वेंट क्वार्टर में भी नौकर नहीं मिले। शक होने पर विकास की मां ने अपने कमरे में रखी अलमारी चेक की तो उसमें रखे जेवरात व नकदी गायब थी।

इसकी सूचना उन्होंने बेटे और आकृति तथा हर्षित को सूचना दी। आकृति ने घटना की सूचना पीसीआर व सीआर पार्क थाने में दी। सूचना पाकर थाना प्रभारी, बीट कांस्टेबिल क्राइम टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मौका मुआयना करने के बाद आकृति की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

पूछताछ में पता चला कि नौकरों का सत्यापन नहीं कराया गया था। सुदामा को पिछले माह सोलह दिसम्बर को रखा गया था। बाकी दोनों नौकर डेढ़ साल से काम कर रहे थे। राम सिंह व दिनेश जीजा साले है जो बिहार के गया तथा झारखंड के रहने वाले हैं। 

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