Report- सेना की सरकार को चिट्ठी- हमें मिल रहा घटिया गोला-बारूद, जवानों को खतरा

Tuesday, May 14, 2019 - 02:07 PM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय सेना ने घटिया गोला-बारूद और युद्ध उपकरणों से फील्ड में बढ़ती दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर की है। टाइमस ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना ने रक्षा मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर चिंता व्यक्त की है कि उनको टैंकों, आर्टिलरी और एयर डिफेंस गन और दूसरे हथियारों में इस्तेमाल घटिया क्वॉलिटी के गोला-बारूद मिल रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सेना ने चिंता जाहिर करते हुए लिखा कि इस घटिया गोला-बारूद के कारण कई सैनिकों की जानें जा रही हैं, जवान घायल हो रहे हैं और इससे रक्षा उपकरणों को भी नुकसान पहुंच रहा है।

सेना के मुताबिक यह दुर्घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। सेना की तरफ से कहा गया कि अगर जल्द से जल्द इन घटनाओं के ऊपर ध्यान न दिया गया तो सेना का ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (OFB) द्वारा मुहैया कराए गए गोला बारूद में भरोसा खत्म हो जाएगा। बता दें कि सेना को ये गोला-बारूद और हथियार सरकारी ऑर्डनेंस फैक्टरी बोर्ड की ओर से मुहैया कराया जाता है। आर्मी ने यह मामला सेक्रेटरी (डिफेंस प्रोडक्शन) अजय कुमार के सामने उठाया है। इसमें ओएफबी द्वारा क्वॉलिटी कंट्रोल में कमी को लेकर गंभीर चिंता जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक बीते 5 साल में टैंकों द्वारा फायर किए जाने वाले 125 मिमी हाई एक्सप्लोसिव एम्युनिशन में ही 40 हादसे हुए हैं।

इसके अलावा, सेना ने 40 एमएम हाई एक्सप्लोसिव एम्यूनिशन के साथ एल-70 एयर डिफेंस गन की ट्रेनिंग फायरिंग को भी रोक दिया है। फरवरी में महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में हुए हादसे में एक ऑफिसर और 4 सैनिक बुरी तरह घायल हो गए थे। एल-70 में इस्तेमाल होने वाला पूरा का पूरा गोला बारूद ही संदेह के घेरे में आ गया है। वहीं, कहा जा रहा है कि ओएफबी द्वारा मुहैया बहुत सारे गोला बारूद में खराब क्वॉलिटी कंट्रोल की वजह से वक्त से पहले खामियां आ जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि OFB के अंतर्गत 41 फैक्ट्रियां आती हैं और इसका सालाना टर्नओवर 19 हजार करोड़ रुपए का है। यह 12 लाख जवानों वाली सेना को युद्ध सामग्री मुहैया कराने का प्राथमिक स्रोत है।


इन हथियारों में आ रही दिक्कत

  • 105 मिमी लाइट फील्ड गन
  • 130 मिमी एमके-1 मीडियम गन
  • 40 एमएम एल-70 एयर डिफेंस गन
  • टी-72, टी-90 और अर्जुन टैंक
  • बोफोर्स टैंक में भी आ रही दिक्कत

Seema Sharma

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