युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल , डिवीजन द्वारा एक महीने का प्रशिक्षण शिविर शुरू

Wednesday, Dec 01, 2021 - 06:40 PM (IST)

साम्बा : सेना व अन्य विभिन्न सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीमावर्ती गांवों के युवाओं के लिए भारतीय सेना की टाइगर डिवीजन द्वारा आज से एक महीने का कोचिंग और प्रशिक्षण शिविर शुरू किया गया। रामगढ़़ में शुरू की गई यह पहल सीमावर्ती क्षेत्र के युवाओं के रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी। 


    सेना की 7 जैक राइफ ल ने ऑपरेशन सद्भावना के तहत खोले गए इस मासिक टे्रनिंग कैंप में सीमंात क्षेत्र के युवकों, युवतियों को सैनिक बनने की शिक्षा के साथ उनको हर उस चीज का प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे उनका सैनिक बनने का सपना साकार हो सकेगा। इस मौके पर एसडीएम विजयपुर विनय कुमार मुख्यातिथि थे। उन्होंने इस कैंप का उद्घाटन किया व सेना के इस सामाजिक सेवा के जज्बे की जमकर सराहना की। एसडीएम विनय कुमार ने कहा कि पाक गोलाबारी, प्राकृतिक आपदाएं तथा महामारियों के जारी दौर में सीमांत युवा हर क्षेत्र में पिछड़ रहेे हैं। बेहतर शिक्षा प्राप्त न होने की वजह से उनको अच्छी सरकारी नौकरियां मिलना आसान नहीं हो रहा।

 

सीमांत युवाओं का एक ही सपना रहता है कि उनको सैनिक या पैरा मिलटरी फौर्स में नियुक्ति मिले, और वह देश की सेवा का मौका प्राप्त कर सकें। लेकिन जहां भी उनको निराशा तब होती है जब सैनिक बनने का सही परीक्षण प्राप्त न होना, सेना भर्ती के लिए दी जाने वाली परीक्षाऔं में कम अंक मिलना आदि से उनका यह सपना भी चूर हो जाता है। मगर जो सेना ने सीमांत युवकों को सैनिक बनने की निशुल्क टं्रेनिंग देने के लिए रामगढ़ में कैंप खोला है, यह युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने में कारगार साबित होगा। सेना के कमांडिंग अधिकारी अभय राज गोलांदे ने कहा कि सैनिक बनने का प्रशिक्षण लेने वाले युवा व युवतियां किसी भी परीक्षा को आसानी से पास कर सकेंगे। ग्राउंड़ से लेकर लिखित परीक्षा में होने वाली पढाई का पूरा ज्ञान मिलेगा। वहीं इस टे्रनिंग कैंप में सैनिक बनने की शिक्षा लेने वाले युवक-युवतियों में खासा उत्साह भी देखने को मिला। 

Monika Jamwal

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