डल झील की सफाई कर रही सेना का विरोध करना मेयर मट्टू को पड़ा महंगा, हो रहे हैं ट्रोल

Thursday, Dec 27, 2018 - 03:59 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर की डल झील सैलानियों की पसंदीदा जगहों में से एक है। ऐसे में डल झील की सफाई के लिए सेना की तरफ  से चलाए गए सफाई अभियान की काफी तारीफ  की जा रही है। लेकिन वहीं इस अ िभयान का विरोध करने पर मेयर जुनैद मट्टू स्थानीय लोगों के निशाने पर आ गए हैं। एक तरफ  लोगों ने जहां मट्टू को सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया तो वहीं दूसरी ओर सेना की तारीफ  करते हुए कहा कि सेना काफी अच्छा काम कर रही है और उन्हें उसके योगदान की सराहना करनी चाहिए। वहीं सेना का कहना है कि उसे स्थानीय प्रशासन की ओर से डल झील की सफाई का अनुरोध मिला था जिसके बाद उसने अपना ये अभियान शुरू किया।

दरअसल प्रदेश में डल झील की सफाई को लेकर महापौर और उप महापालिकाध्यक्ष (डिप्टी मेयर) के बीच सोशल मीडिया पर जंग जारी थी। जिसमें मट्टू ने ट्वीट कर सेना के इस सफाई अभियान पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि सेना को इस सफाई अभियान का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। सफाई का काम तो स्थानीय निकाय एजेंसियों का है। इसके बाद मट्टू सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे। वहीं लोगों का कहना रहा है सेना स्वछता अभियान की मदद से लोगों की मदद कर रही है और उसके इस अभियान के लिए उसकी सराहना होनी चाहिए। इसके साथ ही डिप्टी मेयर ने भी सेना को इस अभियान के लिए धन्यवाद कहा।

गौरतलब है कि डल झील की सफाई के लिए स्थानीय प्रशासन और सेना मिलकर 21 दिनों का अपना अभियान चला रहे हैं। सेना का कहना है कि स्थानीय प्रशासन से अनुरोध मिलने के बाद ही उन्होंने अपना अभियान शुरू किया है। वहीं लोगों को कहना है कि मट्टू अपने फायदे के लिए ही ऐसे बयान दे रहे हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इस साल करीब 9 लाख पर्यटक पहुंचे जिसमें करीब साढ़े 8 लाख स्वदेशी थे, तो वहीं करीब 50 हजार विदेशी सैलानी। ऐसे में लापरवाही के चलते डल झील में गंदगी जमा हो गई थी।
 

Monika Jamwal

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