पुलवामा घटना पर बोले फारूक:  बुलेट की जगह आंसू गैस के गोले दागती सेना

Thursday, Dec 20, 2018 - 01:34 PM (IST)

श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में पिछले हफ्ते सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 7 नागरिकों की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अफसोस जताते हुए कहा है कि सेना को बुलेट के बजाय वॉटर कैनन या फिर आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल करना चाहिए था। बता दें कि मुठभेड़ के दौरान भीड़ सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी कर रही थी, जिसे नियंत्रित करने के लिए सेना ने गोलीबारी की थी। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भीड़ को काबू में करने के लिए सेना को वॉटर कैनन या आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल करना चाहिए था। जो लोग मारे गए हैं, वे लौट कर नहीं आएंगे। हम आशा करते हैं कि सेना और पुलिस इस तरह के ऑपरेशन भविष्य में नहीं करेगी। इससे पहले स्वयंसेवी संस्था एमनेस्टी इंडिया ने नागरिकों के मारे जाने की घटना की स्वतंत्र जांच कराए जाने की मांग की थी। 


बता दें कि पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान स्थानीय लोगों से सुरक्षाबलों की झड़प हो गई थी। इस दौरान हुई फायरिंग में तीन आतंकियों और 7 नागरिकों की मौत हो गई थी। आतंकियों के खिलाफ अभियान में सुरक्षाबलों को शनिवार को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली, जब पुलवामा में हुए एनकाउंटर में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर जहूर ठोकर को मार गिराया गया। मुठभेड़ के दौरान एक जवान भी शहीद हो गया। मुठभेड़ का विरोध कर रहे लोगों ने इस दौरान सुरक्षाबलों पर पथराव किया था। इसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने कई राउंड फायरिंग की थी।
 

Monika Jamwal

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