केवीआईसी और सेना ने जरूरतमंदों की तरफ बढ़ाया मद्द का हाथ

Thursday, Dec 20, 2018 - 03:18 PM (IST)

श्रीनगर  : खादी और ग्रामोद्योग आयोग (के.वी.आई.सी.) ने एक बार फिर सेना की मदद से ‘जन कल्याण’ मिशन को शुरु करते हुए उतर कश्मीर के सीमावर्ती कुपवाड़ा जिला के द्रगमुल्ला क्षेत्र में  पारंपरिक कुम्हारों में इलेक्ट्रिक पॉटरी मशीनें वितरित करके उन्हें आजीविका कमाने का अवसर प्रदान कर दिया। इससे पहले 32 कुम्हारों को इलेक्ट्रिक पॉटरी मशीनों पर कार्य करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया, जिसका आयोजन के.वी.आई.सी. द्वारा सेना के सहयोग से किया गया। प्रशिक्षण को सफल बनाने में सेना ने अहम भूमिका निभाई। 


इसी दौरान के.वी.आई.सी. ने कुपवाड़ा से सटे बारामुला के दूर दराज सुलतानपुरा गांव में लडक़ों के लिए लकड़ी की नक्काशी और लड़कियों के लिए कटिंग एण्ड टेलारिंग प्रशिक्षण कार्स का उद्घाटन किया। प्रशिक्षण के बाद के.वी.आई.सी. द्वारा इन प्रशिक्षुओं को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पी.एम.ई.जी.पी.) योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। 


  इस दौरान कमांडर थंडरबोल्ट ब्रिगेड़ ब्रिगेडियर जयंत कर, राज्य निदेशक के.वी.आई.सी. डी.एस. भाटी, सहायक निदेशक/प्रिंसिपल अनिल कुमार शर्मा, सेना के अधिकारी, के.वी.आई.सी. के कर्मचारी और भारी मात्रा में स्थानीय लोग मौजूद थे। समारोह को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर कर ने कहा कि सेना हमेशा लोगों के कल्याण के लिए तैयार हैं। सेना ने के.वी.आई.सी. की मदद से कुपवाड़ा जिला के इस दूर दराज गांव में पारंपरिक कुम्हारों के लिए प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का आयोजन कराया तथा अब उनमें इलेक्ट्रिक पॉटरी मशीनों को वितरित कर दिया। अब हमारा उद्देश्य उन्हें अपनी आजीविका कमाने के लिए मंच प्रदान करना है।
 
 

Monika Jamwal

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