सालभर के इंतजार, हफ्तों लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार अनुपमा को अपना बच्चा मिला

Thursday, Nov 25, 2021 - 10:40 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अनुपमा एस. चंद्रन बुधवार की दोपहर अपनी गोदी में अपने बेटे को लिए अदालत परिसर से बाहर आई। एक बारिश आसमान से बरस रही थी और एक अनुपमा की आंखों से। इस क्षण के लिए अनुपमा ने न केवल सालभर लंबा इंतजार किया था बल्कि हफ्तों तक कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी। अपने बच्चे और अपने साथी अजीत के साथ अनुपमा को अब जाकर सुकून मिला है। यहां की एक परिवार अदालत ने आज दोपहर आदेश दिया कि बच्चे को उसके जैविक माता-पिता को सौंप दिया जाए जिसके बाद अनुपमा (22) को अपने बच्चे के संरक्षण का अधिकार मिल गया जिसे उन्होंने पिछली बार तब देखा था जब वह महज 3 दिन का नवजात शिशु था। 

बच्चा, अनुपमा और अजीत की राजीव गांधी सैंटर फॉर बायोटैक्नोलॉजी में डी.एन.ए. जांच के एक दिन बाद यह घटनाक्रम हुआ। अनुपमा ने आरोप लगाया था कि उसके बच्चे को उसके नाना जबरन उससे लेकर चल गए थे जो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक स्थानीय नेता हैं। इसके बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया था जिस पर सरकार ने घटना की विभागीय जांच का आदेश दिया था। 

Anil dev

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