चीन के राष्ट्रीय दिवस पर कई देशों में चीन के खिलाफ प्रदर्शन, उठाए भारत-हांगकांग व तिब्बत मुद्दे

Saturday, Oct 03, 2020 - 03:16 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः प्रांत के प्रीमियर डग फोर्ड ने कहा कि दुनिया में चीन की आक्रमता का विरोध हो रहा है ऐसे में  चीन का ध्वजारोहण करना उचित नहीं था", जबकि इसके शिक्षा मंत्री स्टीफन लेसी ने एक ट्वीट में कहा, "हमारी विधायिका हमारी पोषित स्वतंत्रता और हमारी स्थायी लोकतंत्र का प्रतीक है। यह इस कारण से है कि हमें उन मूलभूत कनाडाई मूल्यों के लिए लगातार, प्रमुख रूप से, और अनपेक्षित रूप से खड़ा होना चाहिए। ”

इस बीच कनाडा के वैंकूवर स्थित चीनी वाणज्यिक दूतावास कार्यालय के बाहर कनाडा और भारतीय संगठनों ने कनाडाई नागरिकों की गिरफ्तारी के विरोध में  चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया । उन्होंने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हांगकांग में नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का भी विरोध किया। इसके अलावा प्रदर्शनकारी हांगकांग, तिब्बत और भारतीय हिस्सों को भी चीन से मुक्त करने की मांग कर रहे थे।

 

लंदन में  विरोध प्रदर्शन दौरान हांगकांग, शिनजियांग और तिब्बत के लोगों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर आवाज उठाई गई। प्रदर्शनकारी अपने साथ हांगकांग, तिब्बत और तुर्किस्तान के झंडे लेकर आए ।  कुछ बैनरों पर लिखा हुआ था, 'फ्री हांगकांग', 'फ्री तिब्बत' और 'चाइना क्लोज द उइगर कैंप्स'।  बता दें कि हांगकांग में पुलिस ने गुरुवार को चीन के राष्ट्रीय दिवस पर एक 'अनधिकृत' लोकतंत्र-समर्थक प्रदर्शन में भाग लेने के लिए कम से कम 69 लोगों को गिरफ्तार किया और लगभग 20 को COVID-19 सामाजिक संतुलन नियमों के कथित उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाया गया।  

नेपाल के उत्तरी इलाके में चीन द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य के खिलाफ नेपाल छात्र संघ के सदस्यों ने सोमवार को राजधानी काठमांडू में चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कोविड-19 प्रतिबंधों के चलते प्रदर्शनकारियों ने मास्क और फेस शील्ड लगा रखा था। प्रदर्शनकारी हमला जिले में चीनी अधिकारियों द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यो के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों के हाथों में पोस्टर भी था, जिन पर लिखा था कि चीन ने जिस इलाके का अतिक्रमण किया है, वह नेपाल का हिस्सा है।

 

Tanuja

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