चीन की एक और हिमाकत- नहीं दिया पांच लापता भारतीयों पर जवाब, अरुणाचल को बताया तिब्बत का हिस्सा

Tuesday, Sep 08, 2020 - 05:52 AM (IST)

नई दिल्लीः वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनातनी के बीच अरुणाचल प्रदेश के लापता पांच भारतीय युवकों के बारे में पूछे जाने पर चीन ने एक और हिमाकत करते हुए अरुणाचल प्रदेश को ही अपना हिस्सा बता डाला। भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) से पूछा है कि क्या अरुणाचल प्रदेश के पांच दिन से लापता हुए पांच नागरिक उसकी हिरासत में थे? यही सवाल जब चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान से पूछा गया तो उन्होंने युवकों के बारे में कोई जानकारी नहीं देते हुए कहा कि चीन ने कभी तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को मान्यता नहीं दी है, जो अभी चीन का दक्षिण तिब्बत क्षेत्र है।

लिजियान ने पांचों भारतीयों के अपहरण की जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि हमारे पास इस क्षेत्र के पांच लापता भारतीयों के बारे में पीएलए को भारतीय सेना की ओर से संदेश भेजे जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के हवाले से लिजियान ने कहा, भारतीय सेना के अनुरोध के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। बताया जा रहा है कि इन युवकों को पीएलए ने अगवा किया है। गांववालों का दावा है कि ये युवक भारतीय सेना के लिए पोर्टर के रूप में काम करते थे जो दुर्गम क्षेत्रों में सामान की ढुलाई करते थे। इन युवकों के अगवा होने के मामले की जांच के लिए एक पुलिस टीम को मैकमोहन लाइन (भारत-चीन सीमा रेखा) से सटे सीमावर्ती क्षेत्र में भेजा गया है।

पहाड़ों या जंगलों में ऐसी कोई मानक लकीर नहीं
भारतीय सेना के एक प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने सोमवार को कहा, हमने चीनी पक्ष से हॉटलाइन पर बात की और उन्हें बताया कि संभवत: कुछ लोग सीमा पार कर उनकी ओर पहुंच गए। सामान्य रूप से अगर उन्हें हमें वापस सौंपते हैं तो हम आपके बेहद आभारी होंगे। उन्होंने कहा, जंगल या पहाड़ों में ऐसी कोई मानक लकीर नहीं खींची गई है, जिसे ध्यान में रखकर लोग इधर-उधर आ-जा सकें। संभव है कि पांचों भारतीय उधर चले गए हों। यह बेहद सामान्य बात है। लापता आदिवासी युवकों में से एक के भाई ने फेसबुक पर पोस्ट किया था कि चीनी सेना नाचो के पास इंटरनैशनल बॉर्डर (आईबी) से भारतीय सेना के सेरा-7 पेट्रोलिंग इलाके से भारतीय युवकों को उठा ले गई है।

केंद्रीय मंत्री बोले- जवाब का इंतजार है
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश के संभवत: अपहृत किए गए पांच युवकों के बारे में भेजे गए ‘‘हॉटलाइन मैसेज'' का चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की ओर से जवाब आने का इंतजार किया जा रहा है। रीजीजू ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘भारतीय सेना ने अरूणाचल प्रदेश सीमा पर पीएलए के समकक्ष प्रतिष्ठान को हॉटलाइन पर संदेश भेजा है। जवाब का इंतजार है।'' 

Yaspal

Advertising