बिहार में  एक और परीक्षा घोटाला सामने आया

Friday, Feb 10, 2017 - 06:51 PM (IST)

दरभंगा : लिपिक पदों के लिए बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएसएसी) की परीक्षा के पेपर लीक होने के तुरंत बाद आज एक टीवी स्टिंग ने बिहार में दीवानी अदालतों में चौथी श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनैतिक सौदे का पर्दाफाश किया। कुछ निजी टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित इस स्टिंग में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अल्पसंख्यक मोर्चे की महासचिव होने का दावा कर रही हमीदा असगर नामक महिला दीवानी अदालतों में चौथी श्रेणी के कर्मचारी के पदों के लिए दरभंगा के एक अभ्यर्थी से पांच लाख रपये का सौदा करने की बातचीत करते हुए नजर आ रही है।

हालांकि पार्टी ने दावा किया है कि इस महिला का पार्टी से कोई संबंध नहीं है और इस मामले में कानून अपना काम करेगा। प्रदेश जदयू प्रवक्ता और विधानपरिषद सदस्य नीरज कुमार ने पीटीआई भाषा को बताया कि उन्होंने पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रमुख मोहम्मद सलाम, दरभंगा जिले के जदयू अध्यक्ष सुनील भारती और दरभंगा में जाले सीट से पार्टी प्रत्याशी से इस बात की पुष्टि की है और सभी ने कहा है कि इस महिला का जदयू से कोई संबंध नहीं है।

यह महिला जाले की रहने वाली है। कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तहत राज्य में कानून का शासन है और वर्तमान मामले में भी यदि कोई गड़बड़ी हुई तो कानूनसंगत कार्रवाई की जाएगी। इस बीच दरभंगा में पुलिस ने पुलिस अधीक्षक ए के सत्यार्थी के निर्देश पर लहेरियासराय थाने में हमीदा असगर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। दो उम्मीदवार प्रशांत कुमार और मोहम्मद उस्मान ने असगर और उनके परिवार के विरूद्ध शिकायत की है।  पुलिस अधीक्षक के अनुसार पुलिस महिला और उसके परिवार के सदस्यों के विरूद्ध जांच में जुट गई है जो फरार चल रहे हैं।

यह स्टिंग एेसे वक्त आया है जब राज्य लिपिकों की भर्ती की बीएसएससी परीक्षा के पेपर लीक होने को लेकर विवादों में घिरा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ये परीक्षाएं रद्द कर दी गयी हैं।   बीएसएससी के सचिव परमेश्वर राम और पांच अन्य लिपिक पदों पर भर्ती के लिए हर उम्मीदवार से 5-6 लाख रपये ऐंठने को लेकर गिरफ्तार किए गए हैं। 

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