राजघाट पर सत्याग्रह पर बैठे अन्ना हजारे, बोले- मोदी सरकार ने पूरे नहीं किए वादे

Monday, Oct 02, 2017 - 02:09 PM (IST)

नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हजारे आज गांधी जयंती के मौके पर दिल्ली के राजघाट पर एक दिन के सत्याग्रह पर बैठ गए हैं। हजारे पुणे से दिल्ली पहुंचे और वहां से सीधे महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर बापू को श्रद्धांजलि देने के बाद सत्याग्रह पर बैठे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं राजघाट पर गांधी जी को नमन करने आया हूं। अन्ना ने कहा कि मैं दुखी नही हूं, दुखी स्वार्थी लोग होते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग अपने वादे भूल गए हैं मैं उनको उनके वादे याद कराने यहां आया हूं। आज महात्मा गांधी की 148वीं जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर देश और दुनिया में कई जगह विभिन्न कार्यक्रम हो रहे हैं।

हजारे ने कहा कि देश महात्मा गांधी के सपने के रास्ते से भटक गया है इसीलिए वे गांधी के जन्मदिन पर एक दिन का सत्याग्रह करेंगे। बता दें कि पिछले दिनों अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर भ्रष्टाचार और किसानों की समस्‍याओं पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी और आंदोलन करने की भी बात कही थी। अन्‍ना ने मोदी को लिखा था कि उनके आंदोलन के छह साल बाद भी भ्रष्टाचार को रोकने वाले एक भी कानून पर अमल नहीं हो पाया। लोकपाल, लोकायुक्त की नियुक्ति करने वाले और भ्रष्टाचार को रोकने वाले सभी सशक्त बिलों पर सरकार उतनी चुस्ती नहीं दिखा रही है जितनी दिखानी चाहिए और न ही किसानों की समस्याओं को लेकर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर भी अमल किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि हजारे ने भ्रष्टाचार मुक्त भारत को बनाने के लिए 2011 में रामलीला मैदान में आंदोलन किया था. इसके बाद 27 अगस्त 2011 के दिन भारतीय संसद में ‘Sense of the House’ से रिज्युलेशन पास किया गया था इसमें केंद्र में लोकपाल, हर राज्यों में लोकायुक्त और सिटिजन चार्टर ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जल्द से जल्द कानून बनाने का निर्णय किया गया था। इसके बाद अन्ना हजारे ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया था, इसे लेकर 6 साल गुजर चुके हैं। अन्ना ने कहा कि पिछली केंद्र सरकार ने 2013 में ही लोकपाल विधेयक पारित कर दिया था तब भाजपा नेताओं ने उनका समर्थन किया था लेकिन अब भाजपा सरकार ने 3 साल बाद भी इस कानून को लागू नहीं किया है।

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