जलती चिता में बुजुर्ग को जिदा फेंका, हुई दर्दनाक मौत, गांव में फैली सनसनी
punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2024 - 10:47 AM (IST)
नेशनल डेस्क. गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र के डुमरडीह पंचायत के कोरांबी गांव में बुधवार को दिल दहला देने वाली घटना हुई। गांव के 60 वर्षीय बुद्धेश्वर उरांव को मारपीट के बाद जलती चिता में जिंदा फेंक दिया गया। घटना के दौरान बुद्धेश्वर उरांव मदद के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। घटना के बाद श्मशान में मौजूद लोग डरकर वहां से भाग गए। कुछ ही देर में बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई।
दाह संस्कार में शामिल हुआ था बुजुर्ग
गांव की महिला मंगरी उरांव की कुएं में डूबने से मौत हो गई थी। बुधवार को उसके दाह संस्कार के लिए गांव के बाहर श्मशान घाट में चिता सजाई गई। बुद्धेश्वर उरांव भी वहां शामिल हुआ। दाह संस्कार के दौरान मृतका का भाई झड़ी उरांव और बेटा करमपाल उरांव ने टांगी (धारदार हथियार) से अचानक बुद्धेश्वर पर हमला कर दिया। इसके बाद उसे घसीटकर जलती चिता में फेंक दिया।
गांव वाले डर के मारे भागे
श्मशान में मौजूद गांव वालों ने जब यह घटना देखी तो डर के मारे वहां से भाग गए। घटना के बाद गांव लौटे लोग बुद्धेश्वर के घर नहीं आने पर चिंतित हुए। जब उसके पुत्र झड़िया उरांव को यह जानकारी मिली, तो उसने अपने पिता की तलाश शुरू की।
श्मशान पहुंचकर पुत्र स्तब्ध
झड़िया उरांव ने श्मशान जाकर देखा तो उसके पिता का ज्यादातर शरीर जल चुका था। इस निर्मम हत्या को देखकर वह स्तब्ध रह गया। उसने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी।
जांच में जुटी पुलिस, एक आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और रांची से फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। गुरुवार को पुलिस ने मृतका के भाई और मुख्य आरोपी झड़ी उरांव को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपी करमपाल उरांव फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। शव के अवशेष को फोरेंसिक जांच के लिए गुमला भेजा गया है।
अंधविश्वास या जमीन विवाद?
ग्रामीणों का कहना है कि बुद्धेश्वर उरांव ओझा-गुणी का काम करता था। पहले मृतका के परिवार से उसका कोई बड़ा विवाद नहीं था। मृतक के बेटे झड़िया उरांव ने बताया कि उसके पिता कभी-कभी गांव के ओझा की मदद किया करते थे। घटना के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रथम दृष्टया जमीन विवाद की बात सामने आ रही है।
परिवार ने की न्याय की मांग
झड़िया उरांव ने कहा कि उसके परिवार का झड़ी उरांव और करमपाल उरांव से न तो कोई जमीन का झगड़ा था और न ही कोई अन्य विवाद। इस निर्मम हत्या से परिवार सदमे में है और न्याय की मांग कर रहा है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। गांव में इस घटना के बाद से डर और गुस्से का माहौल है।