गर्लफ्रेंड के लिए... सड़कों पर भिखारी बना MNC का इंजीनियर, लोगों की आंखें हुईं नम, जानिए क्या है वजह
punjabkesari.in Monday, Nov 25, 2024 - 02:41 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु की सड़कों पर एक भिखारी की हालत ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। एक वायरल वीडियो में यह शख्स अपनी जिंदगी के बारे में कुछ ऐसा बता रहा है, जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया। यह व्यक्ति पहले मल्टीनेशनल कंपनी में प्रोडक्ट इंजीनियर के रूप में काम करता था, लेकिन आज वह बेंगलुरु के जयनगर इलाके में फुटपाथ पर भिखारी की जिंदगी जी रहा है। इस शख्स का दावा है कि उसकी जिंदगी के सबसे कठिन पल तब आए जब उसने अपनी गर्लफ्रेंड और पैरेंट्स को खो दिया। मानसिक और भावनात्मक दबाव के चलते उसने शराब का सेवन करना शुरू किया, और धीरे-धीरे उसकी स्थिति ऐसी बन गई कि वह सड़कों पर भटकने लगा।
इस शख्स को पहली बार सोशल मीडिया यूजर शरथ ने देखा और उसका वीडियो शेयर किया, जो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में यह शख्स न सिर्फ अपनी दुखद कहानी सुनाता है, बल्कि इंग्लिश में आइंस्टीन की 'थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी' जैसे जटिल विज्ञान के विषयों पर भी बात करता नजर आता है। शरथ ने दावा किया है कि यह व्यक्ति जर्मनी के फ्रैंकफर्ट से एमएस की पढ़ाई कर चुका है और पहले 'माइंडट्री ग्लोबल विलेज' जैसी प्रसिद्ध कंपनी में एक प्रोडक्ट इंजीनियर के तौर पर कार्यरत था।
शराब और मानसिक तनाव ने पलट दी जिंदगी
इस शख्स ने अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि उसकी जिंदगी में उस वक्त तूफान आ गया जब उसने अपनी गर्लफ्रेंड और माता-पिता को खो दिया। इन भारी दुखों से उबरने के लिए उसने शराब का सेवन करना शुरू किया, लेकिन यह उसकी मानसिक स्थिति को और खराब कर गया। धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी और वह अपने पैरों पर खड़ा होने में नाकाम रहा। उसका जीवन पूरी तरह से बदल गया, और आज वह सड़कों पर भटकने को मजबूर है। वीडियो में यह शख्स इस बारे में बात करता हुआ दिखता है कि कैसे धर्म, जाति और समाज की बहसें कभी उसकी जिंदगी का हिस्सा नहीं बनी थीं, लेकिन अब वह जो बन चुका है, उसे देखकर समाज को एक बार सोचना चाहिए। उसके शब्दों में जो दर्द और गहरी पीड़ा है, वह हर किसी को सोचने पर मजबूर करता है।
वीडियो ने लोगों को किया इमोशनल
शरथ द्वारा शेयर किए गए वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कुछ लोग इस शख्स की हालत को देखकर बेहद भावुक हो गए और उसकी मदद करने की अपील की। वहीं, कुछ ने उसे नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराने का सुझाव दिया, ताकि वह फिर से अपनी जिंदगी को सही रास्ते पर ला सके। यूजर्स ने उसकी अंग्रेजी और ज्ञान की गहराई की सराहना की और कहा कि अगर उसे सही मदद मिले, तो वह अपने पुराने आत्मविश्वास और काम की दुनिया में लौट सकता है।
शरथ की मदद की कोशिश, लेकिन मना किया
शरथ ने इस शख्स को मदद की पेशकश की और उसे विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) से जोड़ने की भी कोशिश की। हालांकि, इस शख्स ने किसी भी प्रकार की मदद लेने से इनकार कर दिया। वह अपनी हालत में खुद को बहुत खो चुका महसूस कर रहा था, और उसे किसी भी प्रकार के सहारे को स्वीकार करने में संकोच था। इस घटना ने यह सवाल भी उठाया कि समाज में ऐसे लोग कितनी आसानी से नजरअंदाज हो जाते हैं, जो कभी अपने क्षेत्र में उच्च पदों पर थे, लेकिन मानसिक और भावनात्मक दबावों के चलते उनका जीवन बिल्कुल बदल जाता है। कुछ यूजर्स ने यह भी टिप्पणी की कि यह घटना समाज की बेरुखी को दर्शाती है, जहां लोग जल्दी ही किसी व्यक्ति को उसके हालात देखकर ही जज कर लेते हैं, लेकिन उस व्यक्ति की कठिनाइयों को समझने की कोशिश कम ही करते हैं।
क्या हो सकता है समाधान?
इस मामले ने एक अहम सवाल खड़ा किया है कि क्या ऐसे लोगों की मदद के लिए कोई ठोस और सशक्त प्रयास किए जा रहे हैं? क्या मानसिक स्वास्थ्य और नशे की लत से जूझ रहे लोगों के लिए सरकार और समाज की ओर से पर्याप्त सहायता उपलब्ध है? विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाए और नशे की समस्या को गंभीरता से लिया जाए, तो कई ऐसे लोग हैं जो अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं और फिर से समाज में योगदान दे सकते हैं। यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि किसी के जीवन में किस प्रकार का मोड़ आ सकता है, और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हर व्यक्ति की कहानी में एक दर्द छिपा हो सकता है, जिसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।