राजस्थान में निर्दलीय प्रत्याशी ने SDM को जड़ा था थप्पड़, गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस तो गांव में मचा बवाल
punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2024 - 11:39 PM (IST)
नेशनल डेस्कः राजस्थान के देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में मतदान समाप्ति के बाद एक विवादास्पद घटना के बाद तनाव बढ़ गया है। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। इस घटना के बाद, नरेश मीणा ने अपने समर्थकों के साथ समरावता गांव में धरना शुरू किया। उनकी अपील पर बड़ी संख्या में लोग आसपास के क्षेत्रों से समर्थन में वहां पहुंचे हैं। दूसरी ओर, आरएएस एसोसिएशन और जाट समाज ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग तेज कर दी है। यह घटना अब जाट बनाम मीणा संघर्ष का रूप ले चुकी है, जिससे सामाजिक तनाव भी गहराता जा रहा है।
समरावता गांव में बढ़ता तनाव
बुधवार की देर शाम को समरावता गांव में स्थिति और बिगड़ गई। धरना स्थल पर भारी तनाव के बीच आगजनी और पुलिस पर पथराव की घटनाएं हुईं, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। गांव में सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग और धरना
घटनाक्रम के बाद से जाट महासभा के लोग टोंक कलेक्ट्रेट पर धरना दे रहे हैं और नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि पुलिस ने मीणा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से पुलिस द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
थप्पड़ कांड का पूरा मामला
इस घटनाक्रम की शुरुआत तब हुई जब नरेश मीणा एक मतदान केंद्र पर अपनी नाराजगी जाहिर करने पहुंचे थे। उनका आरोप था कि ईवीएम में उनके चुनावी चिह्न को स्पष्ट रूप से नहीं दिखाया गया है। इस दौरान, उन्होंने एसडीएम अमित चौधरी से विवाद कर लिया, जिससे गुस्से में उन्होंने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। मतदान केंद्र में सुरक्षा कारणों से पुलिस ने मीणा को बाहर निकालने की कोशिश की, जिस दौरान यह घटना हुई।
आरएएस एसोसिएशन की नाराजगी और सुरक्षा की मांग
इस घटना के बाद, RAS एसोसिएशन ने राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन से मुलाकात की और नरेश मीणा पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। एसोसिएशन के अनुसार, इस तरह की घटनाओं से फील्ड में काम करने वाले अधिकारियों की सुरक्षा खतरे में है। अधिकारियों ने मांग की है कि एसडीएम, एडीएम सहित अन्य फील्ड अधिकारियों को सुरक्षा गार्ड प्रदान किए जाएं। इस समय समरावता और आसपास के क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस का सख्त पहरा है।