मैसूर में अमित शाह का दलितों ने किया विरोध

Friday, Mar 30, 2018 - 06:43 PM (IST)

नेशनल डेस्कः मैसूर में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को दलितों के विरोध का सामना करना पड़ा। अध्यक्ष अमित शाह को कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रचार के दौरान उनकी जुबान फिसलना या फिर ट्रांसलेटर द्वारा गलती करना हो।

दलित युवक से छीना माइक
अमित शाह मैसूर में एक दलित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, संबोधन के दौरान एक युवक ने उनसे सवाल किया कि आपके मंत्री अनंत कुमार हेगड़े संविधान को बदलना चाहते हैं, उसके बाद भी वह अब तक कैबिनेट मंत्री हैं। युवक ने शाह से कहा कि या तो आप मंत्री को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाइए या फिर आप अनंत कुमार के बयान से सहमत हैं, बता दीजिए। दलित युवक का सवाल अभी पूरा नहीं हुआ था कि वहां पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उससे माइक छीन लिया और सुरक्षाकर्मियों द्वारा युवक को बाहर कर दिया गया। जिसके बाद वहां हंगामा हो गया और कई दलित लोग सभा से उठकर चले गए। 


बता दें कि इससे पहले भी बीजेपी अध्यक्ष की कर्नाटक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जुबान फिसल गई। जब उन्होंने कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया की जगह बीएस येदियुरप्पा की सरकार को भ्रष्ट बता दिया था। दरअसल, बीएस येदियुरप्पा कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा वक्त में बीजेपी के सीएम चेहरा हैं।

सिद्धरमैया सरकार नहीं कर सकती कर्नाटक का विकास
वहीं दूसरी बार गलती उनके ट्रांसलेटर से हुई, जब शाह की दवानागिरी की रैली में सिद्धरमैया सरकार पर बोलते हुए कहा कि सिद्धरमैया सरकार कर्नाटक का विकास नहीं कर सकती, आप मोदी जी पर विश्वास करके बीजेपी को वोट दीजिए, येदियुरप्पा सरकार कर्नाटक को नंबर एक राज्य बनाकर दिखाएगी। लेकिन अमित शाह के ट्रांसलेटर धारवाड़ से बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी ने इसे कन्नड़ में ट्रांसलेट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दलित पिछड़ों और गरीबों के लिए कुछ नहीं करेंगे, वो देश को बर्बाद कर देंगे। आप उन्हें वोट दीजिए। 


 

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