'' आने वाले टाइम में अंग्रेजी बोलने वालों को शर्मिंदगी महसूस होगी'', अमित शाह का बड़ा बयान

punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 05:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय भाषाओं के महत्त्व को रेखांकित करते हुए कहा है कि जल्द ही ऐसा समाज बनेगा जहां अंग्रेजी बोलने वाले लोगों को शर्मिंदगी महसूस होगी। यह बयान उन्होंने पूर्व आईएएस अधिकारी आशुतोष अग्निहोत्री की पुस्तक ‘मैं बूंद स्वयं, खुद सागर हूं’ के विमोचन समारोह में दिया।

'हमारी भाषाएं हमारी संस्कृति के रत्न हैं'
अमित शाह ने कहा, “हमारी भाषाएं हमारी संस्कृति के रत्न हैं। इनके बिना हम सच्चे भारतीय नहीं बन सकते। जल्द ही अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म महसूस होगी। ऐसा समाज बनने में अब ज्यादा समय नहीं है। ” उन्होंने भारतीय भाषाओं को राष्ट्र की आत्मा बताया और इनके संरक्षण और संवर्धन की जरूरत पर जोर दिया।

2047 तक भारत विश्व में शिखर पर होगा- अमित शाह
गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘अमृत काल’ के पंच प्रण का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें अपनी विरासत पर गर्व करना और गुलामी के निशानों से मुक्ति हासिल करना शामिल है। उन्होंने दावा किया कि 2047 तक भारत विश्व में शिखर पर होगा और इसमें हमारी भाषाओं की अहम भूमिका होगी।

अमित शाह ने प्रशासनिक प्रशिक्षण में भी बदलाव की बात कही और कहा कि भारतीय भाषाओं को प्रशासनिक कामकाज में अधिक महत्व देना होगा ताकि सांस्कृतिक विरासत को मजबूती मिल सके। इस बयान ने सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरीं। जहां कुछ लोग इसे भारतीय भाषाओं के प्रति गर्व का प्रतीक मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे भाषाई विवाद के रूप में देख रहे हैं। वहीं, विपक्ष की तरफ से अभी तक इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।


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Content Editor

Harman Kaur

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