उड़ीसा में अमित शाह ने पटनायक सरकार को घेरा, दलित के घर खाया खाना
Thursday, Apr 05, 2018 - 05:16 PM (IST)
नेशनल डेस्कः कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे के बाद गुरूवार को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह उड़ीसा पहुंचे। यहां उन्होंने पटनायक सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां की जनता में उड़ीसा सरकार के खिलाफ बहुत गुस्सा है। पिछले 18 सालों से उड़ीसा बीजू जनता दल की सरकार है, लेकिन सरकार अभी तक जनता को स्वच्छ पानी नहीं दे पाई है। अमित शाह ने एक दलित परिवार के घर खाना भी खाया।
भुवनेश्वर में बैठी सरकार फुंके ट्रांसफार्मर की तरह
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यहां की जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए, मैं कह सकता हूं कि उड़ीसा के लोगों ने तय कर लिया है कि इस बार परिवर्तन करेंगे। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार बिजली के गोदाम की तरह है, वह विकास के कार्यक्रम बनाकर उड़ीसा भेजती है। लेकिन भुवनेश्वर में बैठी सरकार में फुंके हुए ट्रांसफार्मर से चिंगारी जल रही है।
बता दें कि उड़ीसा में 2019 में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा अध्यक्ष का यह बयान चुनावी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। इस दौरान अमित शाह और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बलागीर इलाके में एक दलित के घर पर खाना भी खाया।
Pictures of BJP National President Shri @AmitShah having lunch at dalit karyakarta Shri Maheswar Suna ji's home at Deogaon village in Bolangir, Odisha. pic.twitter.com/tPqW0k9pjZ
— BJP (@BJP4India) April 5, 2018
हिंसा को लेकर विपक्षी दलों पर साधा निशाना
अमित शाह ने बुधवार को उड़ीसा के कालाहांडी जिले के भावनीपटना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि डा. भीमराव आंबेडकर द्वारा संविधान में बनाई गई आरक्षण नीति को बदलने की कोई हिम्मत नहीं कर सकता है। बीजेपी अध्यक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद २ अप्रैल को हुई हिंसा में करीब एक दर्जन लोगों की मौत के लिए कांग्रेस और विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार इस मामले में पुर्नविचार याचिका दायर करेगी, उसके बाबजूद भारत बंद का आह्वान करने की क्या जरूरत थी।