अमित शाह जल्द छीन सकते हैं आडवाणी का कमरा!

punjabkesari.in Tuesday, Dec 12, 2017 - 06:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अमित शाह जल्द ही भाजपा अध्यक्ष और एनडीए के संयोजक दोनों रोल निभा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 दिसंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान शाह को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक बनाने का फैसला ले सकते हैं। जिसके बाद संसद में लालकृष्ण आडवाणी को अपने कमरे से हाथ धोना पड़ सकता है।

आडवाणी के पास नहीं कोई पद
दरअसल एनडीए अध्यक्ष/संयोजक के लिए आबंटित कक्ष में आडवाणी बैठते हैं हांलाकि वह एनडीए या भाजपा में किसी पद पर नहीं हैं ऐसे में उन्हे अपना कमरा छोडऩा पड़ सकता है। बता दें कि शाह सरकार के कामकाज का फीडबैक देने की दिशा में महत्वपूर्ण चैनल के तौर पर काम करते रहे हैं। पीएम को यह आकलन करने में मदद करते हैं कि विभिन्न मंत्री और संबंधित मंत्रालय कैसा काम कर रहे हैं। इसके अलावा वह राज्य सरकार के कामकाज पर भी नजदीक से नजर रखते हैं। मंत्रियों से छीनी गई जिम्मेदारियों, उनके प्रमोशन, नए चेहरों को मौका और बीते कुछ दिनों के राजनीतिक घटनाक्रमों के जरिए पार्टी और सरकार में अमित शाह के अधिकार पर मुहर लगी है। 

मोदी के सत्ता में आते ही हटा ली थी नेम प्लेट
गौरतलब है कि जब 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आई थी उस वक्त भी आडवाणी के कमरे के बाहर से उनकी नेम प्लेट हटा ली गई थी और वह भाजपा सांसदों के लिए आबंटित कमरे में ही एक कोने में सोफे पर आकर बैठ गए थे। तीन दिन के बाद उन्हें बैठने के लिए एनडीए अध्यक्ष का कमरा दिया गया था।  आडवाणी संसद सत्र के दौरान प्रश्नकाल में जरूर मौजूद रहते हैं। प्रश्नकाल के बाद वे दोबारा अपने कक्ष में उपस्थित होते हैं और भाजपा और अन्य दलों के कई नेता उनसे आकर मिलते हैं। 


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