अमेरिका ने कहा, भारत एनएसजी में शामिल किए जाने का हकदार

Monday, Jun 27, 2016 - 07:01 PM (IST)

नई दिल्ली: अमेरिका इस बात से निराश है कि भारत को सोल में हाल में हुई एनएसजी की पूर्ण बैठक के दौरान इसकी सदस्यता नहीं दी गई। भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने सोमवार को यह बात कही। उन्होंने साफ किया कि अमेरिका 48 सदस्यीय समूह के सभी सदस्यों के साथ आने वाले महीनों में भारत को समूह की सदस्यता दिलाने के लिए प्रयास जारी रखेगा।

भारत-अमेरिका असैनिक परमाणु सहयोग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष छह वेस्टिंगहाउस रिएक्टरों के निर्माण के लिए 15 साल की परियोजना पर आगे बढ़ गए हैं। इसके जरिये करीब छह करोड़ लोगों के लिए बिजली का उत्पादन किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह सौदा पिछले 10 वर्षों से लंबित है और हम इस बात को देखकर खुश हैं कि यह फलीभूत होने के करीब है।’’

अटलांटिक परिषद अमेरिका-भारत व्यापार पहल कार्यशाला को संबोधित करते हुए वर्मा ने वैश्विक संस्थाओं यथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सदस्यता के साथ भारत की भूमिका के लिए अमेरिका के जबर्दस्त समर्थन की बात करते हुए कहा, ‘‘हमने एपेक में भारत की दिलचस्पी का लगातार स्वागत किया है और हमने बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं में भारत की सदस्यता का जोरदार समर्थन किया है।’’

शीर्ष अमेरिकी राजदूत ने कहा, ‘‘परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) के संबंध में छह साल पहले राष्ट्रपति बराक आेबामा ने एनएसजी में भारत की सदस्यता के लिए अपने समर्थन का इजहार किया। तब से हमने अपने भारतीय समकक्षों और एनएसजी सदस्यों के साथ करीबी से काम किया है ताकि सदस्यता के लिए भारत के मामले को आगे बढ़ाने में मदद कर सकें। भारत का जबर्दस्त रिकॉर्ड रहा है और वह एनएसजी में शामिल किए जाने का हकदार है।’’

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