अमरनाथ यात्रा जाने का बना रहे हैं प्लान तो जरूर पढ़े ये खबर, इन Documents के बिना नहीं कर पाएंगे बाबा बफार्नी के दर्शन
Monday, Mar 28, 2022 - 05:40 PM (IST)
नेशनल डेस्क: अमरनाथ यात्रा का इंतजार कर रहे यात्रियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। इस साल अमरनाथ यात्रा 30 जून 2022 से शुरू होगी। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने रविवार को यात्रा की तारीखों की घोषणा कर दी। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने कहा कि 43 दिनों तक चलने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होगी। श्री सिन्हा ने एसएएसबी की आज राजभवन में आयोजित 41वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह घोषणा की। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष, 43 दिवसीय पवित्र तीर्थयात्रा 30 जून को सभी कोविड प्रोटोकॉल के साथ शुरू होगी और परंपरा के अनुसार 11 अगस्त, 2022 को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी। इसके अलावा श्री अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू होगा। अगर आप भी अमरनाथ यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें।
ये बातें जानना आपके लिए हैं बेहद जरूरी
- इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के समय श्रद्धालुओं को किसी पंजीकृत चिकित्सक द्वारा जारी चिकित्सा प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। बिना मेडिकल फिटनेस और मेडिकल सर्टिफिकेट के कोई भी इसमें शामिल नहीं होगा।
- श्री अमरनाथ यात्रा 2022 का रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए भारत भर में बैंकों की नामित शाखाओं के माध्यम से पंजिकरण करवाकर ही यात्रा पर जाएं।
- 13 वर्ष उम्र से कम या 75 वर्ष से ऊपर और गर्भवती महिलाओं का पंजिकरण नहीं होता है
- अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से यात्रा पर जाने वाले सभी पंजीकृत श्रद्धालुओं का दुर्घटना बीमा नि:शुल्क किया जाएगा। इसके अलावा यात्रा के जोखिम को देखते हुए श्रद्धालु यात्रा पर निकलने से पहले अलग से बीमा करवा सकते हैं।
- इस बार यात्रा के दौरान बेहतर कैंपों की व्यवस्था होगी। बोर्ड ने यात्रा के दौरान लंगर की व्यवस्था को भी मंजूरी दे दी है।
- त्रा पर जाने से पहले ठंड से बचने के लिए उचित कपड़े रख लें। कई बार ऐसा होता है कि जिन्हें ठंड बर्दाश्त नहीं होती है उनके लिए समस्या खड़ी हो जाती है।
- यात्रा में ज्यदा सामान नहीं ले जाएं बस जरूरत का सामान ही ले जाएं। जरूरी सामान में कंबल, छाता, रेल कोट, वाटरप्रूफ बूट, छड़ी, टार्च, स्लीपिंग बैग आदि रख लें।
इस साल बड़ी संख्या में भक्तों के पवित्र गुफा में दर्शन करने की उम्मीद
बैठक में उपराज्यपाल के साथ बोर्ड के सदस्य- स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज, डी सी रैना, कैलाश मेहरा साधु, केएन राय, केएन श्रीवास्तव, पीतांबर लाल गुप्ता, डॉ शैलेश रैना, प्रो विश्वमूर्ति शास्त्री और केंद्र शासित प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी आगामी यात्रा के विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की। उपराज्यपाल ने अधिकारियों से सक्रिय रहने और सुगम यात्रा के संचालन के लिए विस्तृत व्यवस्था सुनिश्चित करने का आह्वान किया क्योंकि इस साल बड़ी संख्या में भक्तों के पवित्र गुफा में दर्शन करने के लिए आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सरकार तीर्थयात्रियों के लिए आरएफआईडी प्रणाली शुरू कर रही है ताकि उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए रास्ते में उनकी आवाजाही पर नज़र रखी जा सके। उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों और एजेंसियों के बीच तालमेल हासिल करने के लिए नवीनतम तकनीकी उपायों के उपयोग के अलावा, सभी आने वाले भक्तों और सेवा प्रदाताओं को सर्वोत्तम-इन-क्लास स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने तथा यात्रियों के लिए दूरसंचार चैनलों को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया। एसएएसबी के सीईओ नितीशवर कुमार ने पवित्र तीर्थ के मार्ग मानचित्र और मार्ग में और पवित्र गुफा में एसएएसबी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सेवाओं का संक्षिप्त विवरण दिया।
इस साल की यात्रा को लेकर कर लगी गई सारी अहम तैयारियां
बताया गया कि इस साल की यात्रा को लेकर अहम तैयारियां कर ली गई हैं। आवास की क्षमता में वृद्धि के साथ, नए यात्री निवास भवन, संवर्धित स्वास्थ्य सुविधाएं, उन्नत ट्रैक, दूरसंचार सुविधाएं, हेली सेवाएं, एसएएसबी ऐप, पोनीवालों के लिए साल भर का बीमा, यात्रियों और सेवा प्रदाताओं के लाभ के लिए कई अनूठी पहल की गई हैं। एसएएसबी के अतिरिक्त सीईओ राहुल सिंह ने बैठक में बोडर् के समक्ष एजेंडा आइटम पेश करने के अलावा वार्षिक यात्रा के संबंध में की जा रही गतिविधियों और विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। एसएएसबी के सदस्यों द्वारा कई सुझाव और इनपुट प्रस्तुत किए गए, जिसमें यात्रा के संबंध में सभी जानकारी के साथ लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए सोशल मीडिया, मोबाइल ऐप और यूट्यूब वीडियो के माध्यम से निरंतर मीडिया अभियान शामिल था। इसके अलावा यात्रा सेवाओं का लाभ कैसे उठाएं, क्या करें और क्या न करें तथा आवश्यक स्वास्थ्य जांच के संबंध में भी जानकारी दी गयी। एसएएसबी ने निर्णय लिया है कि यात्रा दोनों मार्गों - अनंतनाग जिले में पहलगाम और गंदेरबल जिले के बालटाल से एक साथ शुरू होगी।
सुबह और शाम होगा आरती का सीधा प्रसारण
बोर्ड ने हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले यात्रियों को छोड़कर दैनिक मार्ग-वार तीर्थयात्रियों को 10,000 तक सीमित करने का भी निर्णय लिया है। बोर्ड ने यात्रियों के लिए 2.75 किलोमीटर लंबी बालटाल से डोमेल तक मुफ्त बैटरी कार सेवा का विस्तार करने का भी फैसला किया है। बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने साधु और संत समाज की सुविधा के लिए अखाड़ा परिषदों व आचार्य परिषदों को विशेष निमंत्रण भेजने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बोर्ड के सदस्यों द्वारा दिए गए सभी सुझावों पर प्रदेश प्रशासन और एसएएसबी के संबंधित अधिकारियों द्वारा कारर्वाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सभी चल रहे बुनियादी ढांचे के उन्नयन कार्यों को मई के अंत तक पूरा करने का भी निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने ट्रैक पर और यात्रा शिविरों में विश्व स्तरीय स्वच्छता व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू होने से पहले ट्रैक रूटों पर सभी उपयोगिताओं को तैयार और कार्यात्मक बनाया जाना चाहिए। उपराज्यपाल ने श्री अमरनाथ यात्रा-2022 के संबंध में सूचना के व्यापक प्रचार-प्रसार का भी आह्वान किया। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा परमिट प्रदान करने के लिए अतिरिक्त सार्वजनिक और निजी बैंकों और उनकी शाखाओं को शामिल करने की संभावना तलाशने का भी निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने श्री अमरनाथ तीर्थ के संबंध में प्रामाणिक साहित्य और शोध पुस्तकों को बढ़ावा देने और तैयार करने के लिए रिसर्च फेलो को शामिल करने का भी सुझाव दिया। बोर्ड दुनिया भर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण भी सक्षम करेगा।