Exclusive: और भी हो सकते हैं आतंकी हमले

Wednesday, Jul 12, 2017 - 11:15 AM (IST)

श्रीनगर: बाबा बर्फानी की पावन श्री अमरनाथ यात्रा पर सोमवार देर शाम सवा 8 बजे जो आतंकी हमला हुआ, वह पूरी तरह इन यात्रियों और सुरक्षा एजैंसियों की लापरवाही का परिणाम है। सवाल यह पैदा होता है कि जब ऐसे हमलों की पहले से खुफिया सूचना थी तो इन यात्री बसों को सुरक्षा काफिले के बिना जाने कैसे दिया गया? इस आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इसी बीच, कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने बताया कि इस हमले के पीछे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोयबा का हाथ है और इस हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तानी आतंकी अबु इस्माइल है। हालांकि, अभी तक लश्कर ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। 

 100 से अधिक श्रद्धालुओं को निशाना बना सकते हैं आतंकवादी 
सूत्रों के अनुसार खुफिया एजैंसियों द्वारा सूचना दी गई थी कि कश्मीर घाटी में बड़े स्तर पर सुरक्षा बलों के हाथों अपने साथियों की मौत से बौखलाए आतंकवादी यात्री बसों पर हमला कर 100 से अधिक श्रद्धालुओं को निशाना बना सकते हैं। इसी प्रकार सुरक्षा बलों के काफिले पर हमला कर 100 से अधिक जवानों को भी निशाना बना सकते हैं। इतने बड़े हमले की सूचना के बाद 29 जून से शुरू हुई श्री अमरनाथ यात्रा का संचालन बेहद योजनाबद्ध ढंग से चल रहा था और किसी भी यात्री वाहन को सुरक्षा काफिले के बिना अकेले आने-जाने की इजाजत नहीं थी, लेकिन 10 जुलाई की शाम न केवल यात्रियों, बल्कि सुरक्षा बलों से भी चूक हो गई। 

आने वाले दिनों में कश्मीर में हो सकती और आतंकी घटनाएं 
सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में कश्मीर में और आतंकी घटनाएं हो सकती हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का कहना है कि ये दोनों बसें आधिकारिक काफिले का हिस्सा नहीं थीं और बस संचालकों ने सभी सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया। गुजरात में वलसाड के ओम ट्रैवल्स की ये बसें श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के पास भी रजिस्टर नहीं थीं। ये यात्री 2 दिन पहले ही अमरनाथ यात्रा पूरी कर चुके थे और पिछले 24 घंटे से श्रीनगर और आसपास के इलाकों में घूम रहे थे। 

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