फर्जी अलॉटीज की बूथ अलॉटमैंट होगी रद्द

Tuesday, Dec 13, 2016 - 05:39 PM (IST)

चंडीगढ़ : फर्जी दस्तावेजों के जरिए शहर की विभिन्न मार्कीट में बूथ हथियाने वालों की अलॉटमैंट रद्द होगी। एस्टेट ऑफिस ने शहर की विभिन्न मार्कीट मं ऐसे अलॉटीज की पहचान शुरू कर दी है। प्रशासन ऐसे अलॉटीज की पहचान कर रहा है, जिनकी शहर में अन्य जगह भी कमर्शियल प्रॉपर्टी है। प्रशासन बूथ अलॉटमैंट के लिए इन लोगों द्वारा जमा कराए गए दस्तावेजों और उनकी प्रॉपर्टी की वैल्यू की जांच कर रहा है। ऐसे अलॉटीज को एस्टेट ऑफिस नोटिस भेजकर पूछताछ भी करेगा। पूर्व ए.डी.सी. पी.सी.एस. शेरगिल ने भी प्रशासन को सांैपी जांच रिपोर्ट में कहा था कि शहर की कई बूथ मार्कीट्स में कई अलॉटीज ने फर्जी दस्तावेज देकर बूथ पर कब्जा किया हुआ है। 

2500 लोगों को बूथ अलॉट किए हैं :
प्रशासन ने शहर के विभिन्न सैक्टरों मे बनी बूथ मार्कीट में 2500 लोगों को बूथ अलॉट किए हैं। यह बूथ लोगों को रियायती दरों पर अलॉट किए गए हैं। नियमों के अनुसार इन बूथों को न तो बेचा जा सकता है और न ही किराए पर चढ़ाया जा सकता है। शहर की विभिन्न बूथ मार्कीट में 700 से अधिक बूथ बेचे जा चुके हैं। प्रशासन के पास कई ऐसे अलॉटीज की शिकायतें पहुची हुई हैं, जिनकी विभिन्न मार्कीट में करोड़ों की कमर्शियल प्रॉपर्टी है। कई अलॉटी ज्वैलरी के शोरूम, रेस्टोरैंट और ब्रांडेड कपड़ो के शोरूम चला रहे हैं। प्रशासन इन अलॉटीज को इनकम टैक्स रिटर्न और प्रॉपर्टी की वैल्यू पता करवा रहा है। प्रशासन ने जिस समय बूथ अलॉट किए थे तो मासिक आय 7500 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए थी। 

खाली पड़े हैं बूथ :
शहर की कई मार्कीट्स में अभी भी 100 से अधिक ऐसे बूथ थाली पड़े हैं, जिन्हें एस्टेट आफिॅस ने अभी अलॉट नहीं किया है। ओपन मार्कीट्स में इन बूथों की कीमत लाखों में है। प्रशासन इन्हें किराये पर भी देता है तो हर माह लाखों रुपए किराया मिल जाएगा। बूथ सैक्टर-7,8,11,18,24,27,37,40,41,46 और 47 में खाली पड़े हैं। प्रशासन ने गड़बडिय़ों की शिकायत के चलते ही अलॉटमैंट बंद कर दी थी। 

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