schools closed: 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद रखने के निर्देश... प्रशासन हाई अलर्ट पर
punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 11:12 AM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तराखंड में मानसून का कहर इस समय चरम पर है। राज्य के कई हिस्सों में हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी देहरादून समेत कई जिलों में हालात ऐसे हो गए हैं कि प्रशासन को स्कूल बंद करने और तीर्थ यात्राएं रोकने जैसे कड़े कदम उठाने पड़े हैं।
स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र आज रहेंगे बंद
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है, जिसके मद्देनज़र मंगलवार, 12 अगस्त को देहरादून सहित सात जिलों में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्णय छात्रों, शिक्षकगण और स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। जिन जिलों में यह आदेश लागू हुआ है, वहां अगले कुछ दिनों तक भी मौसम खराब बने रहने की संभावना जताई गई है।
भारी बारिश से मकान ढहे, पेड़ उखड़े
राज्य की राजधानी देहरादून में सोमवार को दिनभर झमाझम बारिश होती रही, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई, वहीं पटेल नगर और लक्ष्मण चौक जैसे क्षेत्रों में मकान गिरने की घटनाएं भी सामने आईं। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इनमें कोई जनहानि नहीं हुई। उधर, तेज हवा के कारण कई जगह पेड़ उखड़ गए और ट्रैफिक बाधित हुआ।
केदारनाथ यात्रा पर लगी अस्थायी रोक
रुद्रप्रयाग प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा पर 14 अगस्त तक अस्थायी रोक लगा दी है। जिलाधिकारी प्रतीक जैन के अनुसार, मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों – 12, 13 और 14 अगस्त – को रुद्रप्रयाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। इसी के चलते एहतियात के तौर पर यह निर्णय लिया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। ‘डेंजर ज़ोन’ घोषित किए गए राष्ट्रीय राजमार्गों पर जेसीबी और पोकलैंड मशीनें 24 घंटे तैनात की गई हैं ताकि लैंडस्लाइड या रास्ता बंद होने जैसी स्थितियों में तुरंत राहत कार्य शुरू किया जा सके।
इसके अलावा, नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है और नदी किनारे बसे लोगों को पहले से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। चेतावनी प्रणाली को भी सक्रिय किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में समय रहते सूचना दी जा सके।