नगरोटा मुठभेड़: पाक से कमांडो ट्रेनिंग लेकर भारत में घुसे थे चारों आतंकी, तीन घंटे चले थे पैदल

punjabkesari.in Sunday, Nov 22, 2020 - 12:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 19 नवंबर को जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुठभेड़ में मारे गए चार संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। घटना के एक दिन पहले वह अंधेरी रात का फायदा उठाकर भारत सीमा में घुसे थे। उन्होंने शकरगढ़ में जैश के कैंप से सांबा बॉर्डर तक करीब पैदल यात्रा की थी और फिर जटवाल तक आए थे। 

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30 किमी चले थे पैदल 
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार चारों आतंकियों को पाकिस्तान में कमांडो ट्रेनिंग दी गई थी। उनके पास से मिले हैंडहेल्ड सेट और अन्य जानकारियों के आधार पर यह दावा किया जा रहा है। एक सीनियर अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार इंटरनेशनल बॉर्डर से जटवाल करीब 8.7 किलोमीटर दूर है। इसकी दूसरी जैश के शकरगढ़ से करीब 30 किमी है। उन्होंने आशंका जताई कि आतंकी सांबा सेक्टर में मावा गांव के रास्ते से करीब ढाई से तीन घंटे पैदल चलते हुए पिक-अप प्लाइंट तक पहुंचे होंगे।

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रात 3 बजे ट्रक में हुए थे सवार 
सबूतों के आधार पर माना जा रहा है ये चारों आतंकी रात करीब 2.30 या 3 बजे के करीब ट्रक (JK01AL 1055) पर सवार हुए और उन्हें जम्मू जाने वाले सरोर टोल प्लाजा को भी करीब 3.44 बजे पार होते हुए देखा गया। इसके बाद ट्रक नरवाल बाइपास के रास्ते से कश्मीर की ओर बढ़ा जहां बन टोल प्लास पर तड़के करीब 4.45 बजे सुरक्षाकर्मियों ने रोका। इस दौरान आतंकवादियों को आत्मसमर्पण का मौका भी दिया गया था। 

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आतंकवादियों को दिया था आत्मसमर्पण का मौका
इस घटना के बाद पुलिस ने एक वीडियो भी जारी की थी, जिसमें आईजीपी सिंह को लाउड स्पीकर पर घोषणा करते सुनाई दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ट्रक के अंदर जो भी छिपा है वह अपने हथियार डाल दे और दोनों हाथ ऊपर करके बाहर आ जाए। आतंकवादियों ने इस घोषणा की अनदेखी की जिसके बाद भीषण मुठभेड़ हुई। करीब तीन घंटे तक चली मुठभेड़ में चारों आतंकवादी मारे गए थे। इनके पास से 11 एके राइफल, तीन पिस्टल, 24 मैगजीन, 29 हथगोले और छह यूबीजीएल ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में हथियार, गोलाबारुद और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। इसके अलावा दवाएं, तार के बंडल, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और भारी मात्रा में बैग भी आतंकवादियों के पास से बरामद हुए हैं। 
 


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vasudha

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